आधी से ज्यादा पी.ओ.एस. मशीनें बंद

8/10/2019 12:35:18 PM

जींद (जसमेर): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा -2016 में लागू की गई नोटबंदी के बाद देश की अर्थव्यवस्था को कैशलैस बनाने की दिशा में तेजी से बढ़े कदम अब जींद में थम गए हैं। कैश भुगतान की जगह पी.ओ.एस. पर कैशलैस भुगतान की व्यवस्था जिले में दम तोड़ गई है। आधी से ज्यादा पी.ओ.एस. मशीनें तो पूरी तरह बंद हो गई हैं और थोड़ी बहुत जो पी.ओ.एस. मशीनें वर्किंग में हैं, उन पर भी बहुत कम लोग कैशलैस तरीके से भुगतान कर रहे हैं। नोटबंदी लागू होने के बाद देश को कैशलैस अर्थव्यवस्था की तरफ ले जाने की मुहिम मोदी सरकार-वन ने शुरू की थी।  इसके लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासनों को भी लोगों को कैशलैस अर्थव्यवस्था की तरफ ले जाने के लिए कहा गया था। 

बाजारों में खरीदारी के लिए जाने वाले लोगों को भी सामान का भुगतान कैश की बजाय पी.ओ.एस. मशीनों के जरिए कैशलैस तरीके से करने के लिए खूब प्रेरित किया गया था। अकेले जींद शहर की बात की जाए तो शहर के मुख्य बाजारों में और दूसरी दुकानों में एक हजार से ज्यादा मशीनें लगाई गई थी। जब लोगों के पास कैश का संकट था, उस दौर में  मशीनों के जरिए ही ज्यादातर भुगतान होता था। यह भुगतान शुरूआती दौर में 70 प्रतिशत तक पहुंच गया था। बाद में जब लोगों के पास कैश का कोई संकट नहीं रहा, तब हालात पहले जैसे होने लगे और अब नोटबंदी को लगभग 3 साल पूरे होने को हैं तथा जींद में कैशलैस की तरफ बढ़े कदम 3 साल में लगभग थम गए हैं। 

Isha