कुरुक्षेत्र से महेंद्रगढ़ तक बनेगा नया नैशनल हाईवे, 5108 करोड़ की राशि होगी खर्च

12/11/2018 10:53:01 AM

जींद: डी.सी. अमित खत्री ने सोमवार को बताया कि कुरुक्षेत्र से महेंद्रगढ़ तक नैशनल हाईवे बनेगा। इससे दूसरे जिलों के साथ जींद जिले की कनैक्टिविटी और ज्यादा मजबूत होगी। लगभग 230 किलोमीटर लंबे इस नैशनल हाईवे का नाम एन.एच. 152-डी रखा गया है। इस बड़ी विकास परियोजना पर लगभग 5108 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। डी.सी. अमित खत्री ने डी.आर.डी.ए. हाल में नैशनल हाईवे के निर्माण को लेकर आयोजित बैठक में यह जानकारी दी। बैठक में वह किसान भी शामिल हुए, जिनकी जमीन नैशनल हाईवे के निर्माण के लिए अधिगृहीत की गई है। बैठक में नैशनल हाईवे प्राधिकरण के अधिकारियों एवं डी.सी. अमित खत्री ने किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याओं तथा उनकी राय भी जानी। डी.सी. अमित खत्री ने बताया कि इस विकास परियोजना के लिए कुल 1826.05 हैक्टेयर जमीन अधिग्रहण की गई है। 

अधिगृहीत की गई इस जमीन की एवज में किसानों को 529 करोड़ 29 लाख 38 हजार रुपए की राशि मुआवजे के तौर पर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जींद जिले में इस नैशनल हाईवे की लम्बाई 40 किलोमीटर की होगी। जिले में यह नैशनल हाईवे आलनजोगी खेड़ा गांव से प्रवेश करेगा और रिटौली, खरक गादिया, जामनी, अमरावली खेड़ा, पिल्लूखेड़ा, सिवाहा, आसन्न, धड़ौली, भड़ताना, चाबरी, ललितखेड़ा, निडाना, भैरोखेड़ा, ढिगाना, नंदगढ़, लिजवाना खुर्द, सिरसा खेड़ी, फतेहगढ़, लिजवाना कलां, बूढ़ाखेड़ा लाठर, किलाजफरगढ़ गांवों से होते हुए गुगाहेड़ी गांव से रोहतक जिले में प्रवेश करेगा।

डी.सी. ने यह भी बताया कि यह नैशनल हाईवे कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी से होते हुए महेन्द्रगढ़ जिले तक बनाया जाएगा। इस विकास परियोजना का निर्माण कार्य आगामी अढ़ाई सालों में पूरा होगा। नैशनल हाईवे के निर्माण में पूरी तरह से नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। किसानों की सुविधा के लिए 122 पुलिया व कई अंडरपास का निर्माण भी होगा। नैशनल हाईवे के दोनों तरफ किनारों पर 1,36,200 पेड़-पौधे भी रोपित किए जाएंगे।

Rakhi Yadav