रेल अंडरपास बने मौत की गुफा

7/21/2019 10:55:31 AM

जींद (जसमेर): जींद-गोहाना रेल लाइन के नीचे बने रेल अंडरपास मौत की गुफा बन गए हैं। लुदाना और ललितखेड़ा में रेल अंडरपास पर 10 फुट से ज्यादा पानी भर गया है। इसके चलते यहां से गुजरना सीधे मौत की गुफा में प्रवेश करना है।शनिवार को ललितखेड़ा रेल अंडरपास पर भरे पानी में एक टै्रक्टर छतरी तक डूब गया तो शुक्रवार रात लुदाना में रेल अंडरपास के नीचे 10 फुट से भी ज्यादा पानी में एक डम्पर डूब गया। रेलवे अधिकारी अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं निकाल पाए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जुलाना के विधायक परमेंद्र ढुल और सफीदों के विधायक जसबीर देशवाल ने सी.एम. के सामने यह मामला उठाकर इस बड़ी समस्या का समाधान करवाने की बात कही है। मंगलवार को हुई बारिश के बाद लुदाना-मोरखी सड़क पर रेल लाइन के नीचे बने अंडरपास पर 10 फुट से भी ज्यादा पानी भर गया है।

 यहां से एक डम्पर शुक्रवार रात को निकलने लगा तो चालक पानी की गहराई का अंदाजा नहीं लगा पाया और उसने डम्पर अंडरपास के नीचे भरे पानी में उतार दिया। एक पल में ही डम्पर पानी में डूब गया। इसके चालक ने किसी तरह डम्पर से कूदकर जान बचाई। डम्पर की हालत यह हो गई कि 15 फुट से भी ऊंचे डम्पर का महज डेढ़ फुट हिस्सा ही पानी से ऊपर नजर आ रहा है। इसके अलावा ललितखेड़ा से भिड़ताना रोड पर जींद-सोनीपत रेल लाइन के नीचे बने अंडरपास पर भरे बरसाती पानी में एक ट्रैक्टर छतरी तक डूब गया। ट्रैक्टर चालक ने किसी तरह ट्रैक्टर से कूदकर अपनी जान बचाई। इस अंडरपास के नीचे कितना पानी भरा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अंडरपास के नीचे पानी में डूबे ट्रैक्टर की छतरी ही नजर आ रही है। ट्रैक्टर का बाकी सारा हिस्सा पानी में डूब गया है। 

पिछले साल अंडरपास के नीचे डूब गई थी रोडवेज बस
लुदाना से मोरखी जाने वाली सड़क पर बने रेल अंडरपास के नीचे भरे बरसाती पानी में पिछले साल हरियाणा रोडवेज के जींद डिपो की एक बस ही डूब गई थी। इस बस में सवारी थी और चालक को इस बात का कतई अंदाजा नहीं था कि रेल अंडरपास के नीचे भरे पानी में उसकी बस डूब जाएगी। उसने बस को यहां से निकालने का प्रयास किया तो बस की छत तक पानी पहुंच गया था। चालक और यात्रियों ने मुश्किल से अपनी जान बचाई थी। बाद में रोडवेज के इस चालक के खिलाफ परिवहन विभाग ने विभागीय कार्रवाई भी की थी। चालक पर यह आरोप लगाया गया था कि उसने रेल अंडरपास के नीचे भरे पानी में बस को उतारकर अपनी और यात्रियों की जान जोखिम में डाली जबकि कसूर रोडवेज चालक की बजाय रेलवे का था, जिसने रेल अंडरपास के नीचे बरसाती पानी निकासी के कोई इंतजाम नहीं किए। लुदाना के पास इसी रेल अंडरपास पर भरे पानी में डूबने से पिछले साल एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। 

इस साल 25 मार्च को जींद आए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक के सामने लुदाना और ललितखेड़ा में रेल अंडरपास पर बारिश के दिनों में 10 फुट से ज्यादा पानी भर जाने से लुदाना-मोरखी और ललितखेड़ा-भिड़ताना मार्ग बंद हो जाने तथा पानी में वाहनों के डूबने और लोगों की मौत होने का गंभीर मामला उठाया गया था। तब महाप्रबंधक ने आश्वासन दिया था कि जल्द इस समस्या का समाधान होगा लेकिन अभी तक समाधान की दिशा में रेलवे ने कोई कदम नहीं उठाया है। जींद के प्रशासनिक अधिकारियों के नोटिस में भी यह बड़ी और जानलेवा समस्या लाई गई थी लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अभी तक समस्या का समाधान नहीं किया है। इसे लेकर लुदाना के दीपक, रणजीत, अफलातून, दिनेश, भिड़ताना के काला, सुरेंद्र, धर्मबीर, नफे सिंह, मोरखी के सुनील, शंकर, बिजेंद्र, दिनेश आदि ने कहा कि रेल अंडरपास मौत की गुफा बने हुए हैं। मौत की इन गुफाओं में भरने वाले बरसाती पानी की निकासी के इंतजाम किए जाएं या फिर इन्हें बंद कर यहां रेल क्रॉसिंग बनाई जाएं। 

Isha