बुटाना नहर में डूबे सब-इंस्पैक्टर का शव बरामद

7/18/2017 2:49:08 PM

जींद:जींद-गोहाना मार्ग पर हांसी-बुटाना ब्रांच नहर में कार के गिर जाने से हुए दर्दनाक हादसे में लापता पुलिस के 55 वर्षीय सब-इंस्पैक्टर धर्मवीर सैनी का शव सोमवार को 29 घंटे बाद गोताखोरों ने बरामद किया। यह शव नहर से 15 कि.मी. दूर मिला है। पुलिस ने शव को बरामद कर शव को गोहाना के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। रविवार को पुलिस ने सब-इंस्पैक्टर की पत्नी संगीता और उनकी भाभी कृष्णा के शव घटनास्थल से ही बरामद हो गए थे। 

उल्लेखनीय है कि जींद निवासी धर्मबीर सैनी हरियाणा पुलिस में जींद में सब-इंस्पैक्टर के पद पर तैनात था। रविवार सुबह वह अपने बड़े भाई महावीर की सास की 17वीं में शामिल होने के लिए जींद से 2 गाड़ियों में परिवार के लोगों के साथ गोहाना के लिए निकला था। जींद-गोहाना मार्ग पर जींद और सोनीपत जिले की सीमा से गुजरने वाली हांसी-बुटाना ब्रांच नहर में उनकी कार मोड़ से सीधे उतर गई। यहां बहुत तीव्र मोड़ है और लोक निर्माण विभाग ने हाल ही में नहर पुल के दोनों तरफ गति अवरोधक भी बनाए हैं लेकिन इन लोगों की एक कार का चालक उसे पुल पर मोड़ नहीं पाया और यह कार नहर के गहरे पानी में समा गई। इसमें कार में सवार सब-इंस्पैक्टर धर्मबीर गहरे पानी में समा गया और उसकी पत्नी संगीता तथा भाभी कृष्णा की मौत हो गई। कार में सवार धर्मबीर का बड़ा भाई रघुबीर तथा उसकी पुत्रवधू मीना इसमें बच गए। धर्मबीर का शव रविवार को नहीं मिल पाया था। मधुबन से आए गोताखोरों ने सोमवार को भी शव को ढूंढने के लिए प्रयास किए। घटनास्थल से लगभग 15 कि.मी. दूर धर्मबीर मिला। 

धर्मवीर के शव को ढूंढने परिजन भी नहर पर सोमवार सुबह पहुंच गए। उधर, गोताखोर भी धर्मबीर के शव को ढूंढने में लगे रहे। परिजन नहर के रिंढाना हैड से भी आगे धर्मबीर के शव को ढूंढते हुए पहुंचे। नहर में लगभग 5 फुट पानी बचा था। यहां पर परिजनों को धर्मबीर का शव दिखाई दिया। धर्मबीर के भाई महावीर, पूर्व पार्षद हरफूल सैनी, पप्पी, सुरेश सैनी ने शव को नहर से निकाला और वह अपने वाहन में शव को रखकर गोहाना ले गए और पोस्टमार्टम करवाया।

रस्सा टूट जाने से तेज बहाव में बह गया था धर्मबीर
हांसी-बुटाना नहर में जिस समय धर्मबीर की कार गिरी, उस समय आसपास मौजूद लोगों ने कार को देख लिया था। लोगों ने अपने स्तर पर कार में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास किए। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि कार को जब लोग रस्से से बाहर निकाल रहे थे, उस समय धर्मबीर की बाडी कार में ही थी। अचानक रस्सा टूट जाने के बाद दोबारा से कार नहर में जा गिरी और धर्मवीर का शव भी तेज पानी के बहाव में बह गया।