SYL मुद्दा: हरियाणा भाजपा सांसद मोदी से मिले, बोले-केजरीवाल को पंजाब की ज्यादा चिंता

3/17/2016 8:42:43 AM

नई दिल्ली (सुनील पांडेय): पंजाब और हरियाणा के बीच एस.वाई.एल. के पानी के मुद्दे पर सियासत गर्मा गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हरियाणा को पानी न देने वाले बयान के बाद पंजाब-हरियाणा और सक्रिय हो गए हैं, जिससे तीन राज्यों में जलसंग्राम छिड़ गया है। हरियाणा के सभी राजनीतिक दलों ने एक होते हुए केजरीवाल और पंजाब सरकार को घेर लिया है। इस बीच हरियाणा के सभी भाजपा सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दरवाजा खटखटाया।

बुधवार दोपहर की प्रधानमंत्री से मुलाकात में एस.वाई.एल. मुद्दे पर हस्तक्षेप की गुहार लगाई गई। साथ ही पंजाब सरकार पर घटिया राजनीति करने की शिकायत भी की। 2 केंद्रीय मंत्रियों राव इंद्रजीत एवं चौधरी बीरेंद्र सिंह की अगुवाई में गए सांसदों ने प्रधानमंत्री से कहा कि पंजाब संघीय ढांचे को ध्वस्त कर रहा है। इसे तत्काल रोका जाना चाहिए, अन्यथा देश के बाकी राज्य भी इसी को उदाहरण देकर पानी पर गृहयुद्ध की नौबत पैदा कर देंगे।

सांसदों ने प्रधानमंत्री से कहा कि किसान के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। पंजाब और हरियाणा के किसान समान हैं और दोनों को पानी की आवश्यकता है, ऐसे में हरियाणा को छोटे भाई के नाते पंजाब को पानी देना चाहिए। सांसदों ने मोदी को याद दिलाया कि एस.वाई.एल. का मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। इसके बावजूद पंजाब सरकार ने विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया। यह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है और संघीय ढांचे से खिलवाड़ है।

लिहाजा केंद्र सरकार को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए। इस मौके पर लोकसभा के 7 और राज्यसभा के एक सांसद चौधरी बीरेंद्र सिंह शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने हरियाणा के सांसदों को भरोसा दिया है कि जल्द ही इस मसले को हल कर दिया जाएगा। मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने कहा कि किसान सबके लिए समान है, पंजाब संघीय ढांचे को ध्वस्त करने का प्रयास न करे। उसे ऐसा कतई नहीं करना चाहिए।  मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुज्जर ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से मांग की है कि हरियाणा के हितों की रक्षा की जानी चाहिए, कानून के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।