बिजली बिलों में अनियमितता को लेकर भड़के उपभोक्ता
2/26/2019 12:12:21 PM
कलायत (कुलदीप): उपमंडल के विभिन्न गांवों के बिजली उपभोक्ताओं के बिलों में आ रही अनियमितता को लेकर बिजली निगम के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में आज खेड़ी शेरखां, बढ़सीकरी, भालंग, खरक पांडवा और दूसरे गांवों से आए उपभोक्ताओं बिजली कार्यालय परिसर में निगम के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। सूबे सिंह, अतर सिंह, रामकिशन, साधु राम, संदीप, नफे सिंह, सत्यवान, किताब सिंह, रामेश्वर और दूसरे उपभोक्ताओं ने बताया कि दिसम्बर माह में बिजली उपभोक्ताओं द्वारा सरकार की बिजली बिल माफी योजना के तहत वे समय-समय पर अपने बिल की अदायगी कर रहे हैं।
लेकिन बिजली निगम द्वारा उपभोक्ताओं को 5-5 लाख रुपए से अधिक के बिल थमा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि बिजली कार्यालय में बिल दुरुस्त करवाने व भरने के लिए कार्यालय के कई-कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। उन्होंने निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि समय पर बिल वितरित नहीं किए जाते है। मीटर की अनाप-शनाप रीङ्क्षडग का बिल उन्हें थमा दिया जाता है। बहुत से उपभोक्ताओं को तो कई किलोमीटर का सफर तय कर बिजली निगम कार्यालय में आना पड़ता है। जिसके चलते अन्य रोजमर्रा के कार्य करने की बजाए अधिकतर समय कार्यालय में ही गुजारना पड़ता है।
3 एल.ई.डी. के बल्ब के प्रयोग पर थमाए लाखों के बिल
उपभोक्ता सूबे सिंह खेड़ी शेरखां को 5,07,510 लाख, रामकिशन बढ़सीकरी को 541,977 लाख, अतर सिंह को 1,39,783 लाख और दूसरे उपभोक्ताओं को बिजली निगम द्वारा भारी भरकम बिल थमा दिए गए है। उनका कहना है कि घरेलू कनैक्शन में 2-3 एल.ई.डी. बल्ब का प्रयोग कर रहे है। जबकि उन्हें बिल कारखानों के थमाए जा रहे हैं।
उपभोक्ता अदायगी नहीं करेगा तब तक, बकाया राशि बिलों में दर्शाई जाएगी : काला
बिजली निगम उपमंडल अभियंता भारत भूषण काला ने बताया कि माफी योजना के तहत कुछ उपभोक्ताओं की किस्त बनाई गई थी। जब तक वह उपभोक्ता माफी योजना के तहत जमा करवाई जाने वाली पूरी किस्त अदायगी नहीं करेगा तब तक उपभोक्ता का बिल बकाया राशि दर्शाता रहेगा। कुछ उपभोक्ताओं के बिलों में अनियमितता पाई गई थी उनको दुरुस्त किया जा रहा है। मीटर रीङ्क्षडग के दौरान एजैंसी के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती गई जिस कारण उन्हें बाहर निकाल दिया गया। अब नए सिरे से मीटर रीङ्क्षडग के लिए नए कर्मचारियों की नियुक्ति की जा चुकी है। आम जन से सहयोग की अपील है।