करोड़ों की लागत से चल रहे विकास कार्य रिवाइज एस्टीमेट न बनने से हो सकते हैं प्रभावित

4/22/2019 12:52:42 PM

कलायत(कुलदीप): कलायत में पालिका द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों को किसी भी समय ग्रहण लग सकता है। यदि पालिका प्रशासन द्वारा इस ओर अविलंब संज्ञान नहीं लिया तो चल रहे निर्माण कार्य एकाएक बीच अधर में ही बंद हो जाएंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 13 अगस्त 2016 को कलायत नगर सहित हलका कलायत को विकास के लिए करोड़ों की मनोहर सौगात दी थी। इसमें कलायत में स्वास्थ्य केंद्र सहित, पार्क, 2 सामुदायिक केंद्र व आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित नया पालिका भवन निर्माण करवाना शामिल है।

पालिका द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्य में वार्ड 7 व 11 में बनवाया जा रहा सामुदायिक केंद्र, वार्ड 8 में पालिका भवन तथा रेलवे रोड पर पार्क निर्माण कार्य शामिल है। पार्क का निर्माण कार्य अभी चलने में इसलिए परेशानी नहीं आई, क्योंकि इसके निर्माण के लिए जहां 3.10 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जानी है, वहीं अभी इतना अधिक कार्य नहीं हुआ, जिससे की इस पर खर्च होने वाली राशि पर संज्ञान ले रिवाइज एस्टीमेट तुरंत बनाना पड़े।

मगर दोनों ही निर्माणाधीन सामुदायिक केंद्रों के साथ पालिका भवन का निर्माण कार्य इसलिए प्रभावित हो सकता है, क्योंकि जो राशि इन पर खर्च करने के लिए निर्धारित की थी, वह लगभग पूरी हो चुकी है, जबकि निर्माण कार्य अभी इस कद्र अधूरा है कि इनका निर्माण कार्य पूरा करवाने के लिए रिवाइज एस्टीमेट तैयार कर प्रेषित किया जाना अति आवश्यक है। कार्य का निर्माण कर रहे एक ठेकेदार से जब इस संबंध में जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि वार्ड 7 व 11 के सामुदायिक केंद्र पर खर्च की जाने वाली राशि 3.84 करोड़ व 1.87 करोड़ है जबकि पालिका भवन पर खर्च राशि का निर्धारण 3.28 करोड़ रुपए है।

ठेकेदारों द्वारा उक्त राशियों के निर्धारण से 7 फीसदी से लेकर 13 फीसदी तक रेट बढ़ाकर कार्य लिया हुआ है। उन्होंने बताया कि निर्धारित राशि जहां लगभग समाप्त हो चुकी है जिसके चलते ही कार्य को पूरा करने के लिए इनका पूरा तरह निरीक्षण कर पालिका प्रशासन द्वारा रिवाइज एस्टीमेट तैयार कर सरकार के पास प्रेषित किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर इस कार्य में विलंब होता है तो ठेकेदार की मजबूरी होगी, जिसके चलते निर्माण कार्य बंद करना पड़ सकता है।

उक्त तीनों ही निर्माण कार्यों के लिए जो राशि निर्धारित की हुई है वह लगभग 9 करोड़ रुपए बनती है, मगर जिस प्रकार से अभी निर्माण कार्य लंबित है, उसके अनुसार इन कार्यों को सही प्रकार से पूरा करने के लिए 13 करोड़ से ऊपर की राशि खर्च होने का अनुमान। इस स्थिति पर संज्ञान ले इसका किसी भी थर्ड पार्टी से निरीक्षण करवा रिवाइज एस्टीमेट जल्दी तैयार कर सरकार के पास प्रेषित किया जाना जरूरी है। 

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