नहीं बदला सरकारी कार्यालय का हाल, पैंशन के लिए धक्के खा रही दिव्यांग महिला

2/3/2018 1:02:18 PM

गुहला चीका(ब्यूरो): सरकार दिव्यांगों को दी जाने वाली पैंशन के बेशक लाख दावे कर जनता में वाहवाही लूटती रहे लेकिन समाज कल्याण विभाग अपाहिज लोगों पर भी दया न कर सरकार के दावों को धत्ता बता रहा है, जिसका एक उदाहरण दोनों टांगों से अपाहिज एक महिला बबीता पिछले 2 वर्षों से पैंशन लेने के लिए धक्के खा रही है लेकिन उसकी कोई भी सुनने वाला नहीं है। प्राप्त जानकारी अनुसार बबीता ने पत्रकारों को बताया कि वह वार्ड नंबर-4 में रहती है जिसके ‘ना मां है न बाप’, केवल छोटे-छोटे 4 बच्चे हैं, जो मजदूरी आदि कर अपना और अपनी मां का पेट पाल रहे हैं।

बबीता ने कहा कि वह समाज कल्याण विभाग, नगरपालिका कार्यालय, सरकारी अस्पताल व अन्य सभी कार्यालयों के चक्कर काट चुकी है लेकिन सरकारी अधिकारी व कर्मचारी उनके कागजों में कोई न कोई कमी बताकर उसे आगे चलता कर देते हैं लेकिन पैंशन बनाने या अपाहिज पर रहम खाने की कोई अधिकारी व कर्मचारी पहल नहीं कर रहा। बबीता ने कहा कि सरकार बेशक दावे करती रहे लेकिन पैंशन लेने के लिए विकलांग तो क्या हर आदमी दुखी है।
 

दिव्यांग बबीता ने दुखी मन से कहा कि पता नहीं उनकी जिंदगी कितने दिन की है लेकिन अब वे पैंशन के लिए किसी भी सरकारी कार्यालय के धक्के नहीं खाएगी, किसी को रहम होगा तो उनकी पैंशन घर बैठे ही बन जाएगी। वहीं, दूसरी ओर समाज कल्याण विभाग से सम्पर्क किया तो उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसी कोई भी विकलांग महिला नहीं आई जिसकी हमने पैंशन न बनाई हो लेकिन पैंशन यदि 100 प्रतिशत विकलांग होगा उसी की बनेगी।