हर बच्चा राजकीय स्कूल में करे शिक्षा ग्रहण, ऐसा किया जा रहा प्रयास

4/21/2019 1:00:42 PM

कलायत(कुलदीप): ग्राम पंचायत द्वारा जहां शिक्षा की लौ जलाने के साथ अभिभावकों को अपने बच्चों को राजकीय स्कूलों में प्रवेश दिलाने के लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाया हुआ है। वहीं, स्कूल में तैनात शिक्षकों द्वारा भी पूरे समर्पित भाव से इस प्रकार बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है कि पंचायत सहित ग्रामीणों को उन पर गर्व है। हालांकि गांव में कुछ निजी स्कूल चल रहे हैं मगर इस बार पंचायत सहित गणमान्य ग्रामीणों ने शिक्षकों के सहयोग से यह बीड़ा उठाया है कि गांव का प्रत्येक बज्जा राजकीय स्कूल में शिक्षा ग्रहण करे तथा शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को जो सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

उनका पूरा लाभ उठाए। इस पूरे कार्य को ग्राम सरपंच नरेश देवी के प्रतिनिधि पति सिया राम, गण्यमान्य व्यक्तियों विशेष कर युवाओं की सक्रिय भागेदारी से किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि राजकीय स्कूलों में सुशिक्षित शिक्षक होने के चलते इनमें बच्चों को शिक्षित करने से अभिभावकों पर बज्जे की पढ़ाई का बोझ नहीं पड़ता। ग्रामीणों को चाहिए कि वे इस प्रकार अपना सहयोग इस कार्य में दें कि गांव का कोई भी बच्चा किसी भी निजी शिक्षण संस्थान में शिक्षा ग्रहण करने के लिए न जाए।

प्रत्येक बज्जे का समय-समय पर स्वास्थ्य चैक भी करवाया जाता है। सरपंच प्रतिनिधि सिया राम, शिक्षकों के साथ ग्रामीणों की मेहनत रंग पकडऩे लगी है। स्कूल प्रधानाचार्य विजय कुमार ने बताया कि जिन छात्रों ने फिलहाल अपना नाम स्कूल में दर्ज नहीं करवाया उसका मुख्य कारण अभी बच्चों को स्कूल छोडऩे का प्रमाण पत्र नहीं मिला है। पूर्व चेयरमैन फूलचंद ने बताया कि गांव में शिक्षा की लौ प्रज्वलित करने के लिए शिक्षा का यह मंदिर करीब 70 वर्ष पूर्व 1951 में प्रज्वलित हुई थी। 

शिक्षकों व अभिभावकों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए बनाई कमेटी
ग्रामीणों व बच्चा का रुझान पूरी तरह राजकीय स्कूलों की ओर करने तथा राजकीय स्कूलों पर नजर रखने के लिए गांव में कमेटी का गठन भी किया गया है। सरपंच प्रतिनिधि सिया राम के नेतृत्व में गठित कमेटी में डा. सुरेश कुमार, मा. कृष्ण कुमार, चंद्रभान निम्बरैन, रामफल, राजकपूर, रामचंद्र, कृष्ण, फूलचंद, जोरा सिंह, अनिल, मा. जोगेंद्र सिंह, सुरदेव, राजेंद्र, रणदीप, जगदीश फौजी, नसीब सिंह, जेठू राम, मा. मांगे राम, मा. सतीश कुमार, सुभाष, दिलदार व प्राध्यपक सुनील कुमार को शामिल किया गया है। 

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