किसान और दलितों को साधने में जुटी भाजपा

7/16/2018 9:14:29 AM

चंडीगढ़(पांडेय): मिशन 2019 की तैयारियों में जुटी भाजपा अब किसानों और दलितों को साधने में जुट गई है। मोदी सरकार द्वारा फसलों के समर्थन मूल्य बढ़ाने को लेकर जहां खट्टर सरकार किसानों के बीच जाकर भाजपा सरकार का गुणगान कर रही है तो वहीं कबीर जयंती के कार्यक्रमों के जरिए दलितों तक पहुंचने की हरसंभव कोशिशें हो रही हैं। किसानों के मुद्दे पर विपक्षी दलों को जवाब देने के लिए अगले सप्ताह प्रदेश के कई जिलों में ताबड़तोड़ जनसभाएं रखी गई हैं। 

मुख्यमंत्री से लेकर पार्टी के सभी मंत्री-विधायक मोदी सरकार की किसान नीतियों को पहुंचाने में लगे हुए हैं। किसान और दलितों का एजैंडा पिछले दिनों भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में तय किया गया था जिसकी पालना को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी डा. अनिल जैन और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री राम लाल की ओर से खास निर्देश दिए गए थे।

किसानों के मुद्दे पर फ्रंट फुट पर खेल रही भाजपा अब किसी भी तरह से विपक्ष को मौका नहीं देखना चाहती है। पार्टी व सरकार की ओर से किसानों को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के बारे में बताया जा रहा है। किसानों को यह तर्क किया जा रहा है कि मोदी सरकार ने किसानों की फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाकर स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया है। इसी तरह से दलितों के मामले में भी भाजपा लगातार कार्यक्रम कर रही है। 

दलितों के तकरीबन सभी महापुरुषों की जयंती पर पार्टी की ओर से प्रदेश भर में कार्यक्रम किए गए। इसी कड़ी में कबीर जयंती को लेकर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का फतेहाबाद में कार्यक्रम रखा गया। इससे पहले प्रदेश के सभी जिलों में कबीर जयंती मनाई गई जिसमें सभी मंत्री-विधायकों की ड्यूटी लगाई गई थी।

रैलियों के जरिए किसानों को करेंगे एकजुट
खट्टर सरकार की ओर से समर्थन मूल्य मामले में किसानों को लामबंद करने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इसको लेकर सरकार की ओर से कई रैलियां रखी गई हैं जिसमें 21 जुलाई को शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के विधानसभा क्षेत्र महेंद्रगढ़ में किसान रैली रखी गई है। शर्मा का इलाका बाजरा उत्पादक क्षेत्र कहलाता है और इस समर्थन मूल्य में बाजरा किसानों को भी काफी फायदा मिलेगा। इसके अलावा 22 जुलाई को शाहाबाद में, 27 जुलाई को फिरोजपुर झिरका में और 5 अगस्त को हिसार के बरवाला में रैली रखी गई है। इन रैलियों के जरिए किसानों को बढ़़े हुए समर्थन मूल्य के बारे में विधिवत जानकारी दी जाएगी।


 

Rakhi Yadav