खरीदी गई धान का भुगतान न होने से किसानों व व्यापारियों में रोष

10/23/2019 12:42:15 PM

गुहला-चीका (गोयल) : धान के चालू सीजन के दौरान सरकारी एजैंसियों द्वारा खरीदे करोड़ों रुपए की धान का भुगतान न होने से आढ़तियों व किसानों में रोष है। हालांकि खरीद अधिकारियों ने सौ करोड़ से अधिक में से नाममात्र भुगतान किया है। आढ़ती व किसान रमेश कुमार, रोशन लाल, करनैल सिंह, नाथी राम, अमर सिंह, त्रिलोचन सिंह का कहना है कि सरकार ने खरीदी धान के भुगतान को 48 घंटे के भीतर करने का दावा किया था लेकिन भुगतान 48 घंटे में तो करना दूर की बात, 1 माह में भी नहीं किया जा रहा। भुगतान को लेकर आढ़ती व किसान दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।

जब भुगतान को लेकर संबंधित एजैंसी के कार्यालय में जाते हैं तो वे भुगतान में देरी का ठीकरा मार्कीट कमेटी द्वारा आई फार्म नहीं चढ़ाए कहकर फोड़ देते हैं। मार्कीट कमेटी से आई फार्म न चढऩे बारे पूछा जाता है तो वे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कमी निकालकर अपने ऊपर लगे दोष को यह कहकर साफ कर देते हैं कि इस वक्त 20 से 25 कर्मचारी कम्प्यूटरों पर कार्य कर रहे हैं तो आई फार्म तुरंत चढ़ा दिए जाते हैं। भुगतान न करने की देरी संबंधित एजैंसी की बेईमानी को दर्शाता है। आढ़तियों व किसानों ने चेतावनी दी कि या तो शीघ्र भुगतान किया जाए, अन्यथा लोगों को सड़कों पर उतरना पड़ेगा।

मार्कीट कमेटी के सचिव का कथन
विरेंद्र मेहता ने बताया कि हमारी ओर से भुगतान संबंधी कागजात तुरंत पूरे कर लिए जाते हैं। आढ़तियों के आई फार्म आते ही कम्प्यूटर में दर्ज किए जाते हैं। संबंधित एजैंसी भुगतान में हुई देरी की खुद जिम्मेदार है।

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंस्पैक्टर का कथन
सुभाष कुमार ने बताया कि भुगतान में देरी का मुख्य कारण मार्कीट कमेटी प्रशासन द्वारा आढ़तियों की लिस्ट जारी न करना है। इस बारे में मार्कीट कमेटी को कानूनी नोटिस भेजकर जवाब तलबी भी की गई लेकिन मार्कीट कमेटी प्रशासन भुगतान की ओर ध्यान न देकर अडिय़ल रवैये पर खड़ा है।

Isha