सैनी पर मानहानि का केस करने पर विचार: अभय

10/22/2016 8:33:25 AM

चंडीगढ़ (संघी): कुरुक्षेत्र के भाजपा सांसद राज कुमार सैनी के आरोप के संबंध में अभय चौटाला ने कहा कि सांसद पर स्याही फैंकने वाले किसी व्यक्ति का इनैलो व इनके छात्र संगठन इनसो से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का कानूनी प्रकोष्ठ इस मामले में मान हानि केस करने पर विचार कर रहा है। उन्होंने स्याही फैंकने वाले युवकों को मां-बहन की गालियां देने व पिटाई करने वालों के खिलाफ भी मामला दर्ज किए जाने की मांग करते हुए कहा कि इस मामले में किसी भी तरह से धारा 307 का मामला नहीं बनता। उन्होंने कहा कि राज कुमार सैनी को भाजपा व आर.एस.एस. की शह है व आर.एस.एस. के एजैंडे पर भाजपा सरकार प्रदेश के भाईचारे को तोड़ने व आपसी सद्भाव को बिगाड़ने में लगी हुई है।

 

इनैलो ने राज्य सरकार के पराली जलाने पर किसानों को 3 हजार रुपए प्रति एकड़ जुर्माने के फैसले को वापस लेने के लिए कहा। नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला व पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा नेता ने पत्रकार वार्ता में कहा कि उनकी पार्टी पराली जलाने की पक्षधर नहीं है, क्योंकि इससे प्रदूषण होता है, लेकिन सरकार जब तक किसानों को पराली काटने के लिए कोई सस्ता व वैकल्पिक प्रबंध मुहैया नहीं करवाती तब तक किसानों पर किसी प्रकार का जुर्माना नहीं लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो किसानों को उनकी फसल का लागत मूल्य तो दूर, न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिल रहा व दूसरी तरफ सरकार कोई किसानों को पराली कटाई की वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध नहीं करवा रही। किसान की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे 10 हजार रुपए प्रति एकड़ अपनी जेब से पराली कटाई पर खर्च करे। 

 

उन्होंने कहा कि अनेक देशों में पराली कटाई व उन्हें गोदाम तक पहुंचाने के लिए आधुनिक मशीनें इस्तेमाल हो रही हैं, लेकिन सरकार तीन मशीने होने के बावजूद इनका इस्तेमाल नहीं कर रही। उन्होंने कुरुक्षेत्र में मुर्तजापुर की महिला सरपंच गुरप्रीत कौर को गांव में किसी किसान के पराली जलाने पर सस्पैंड करने की आलोचना की। हरियाणा के मौजूदा कृषि मंत्री व उस समय के भाजपा किसान प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांगों को लेकर कभी नंगे बदन प्रदर्शन करते थे साइकिल यात्रा निकालते थे। अब उन्हें क्या हो गया है। उन्होंने भाजपा सरकार को किसान, मजदूर, कर्मचारी व व्यापारी विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार डैवलपमैंट चार्ज में की गई बेतहाशा वृद्धि को वापस ले।