चुनाव के इतिहास में पहली घटना, इंक कंट्रोवर्सी मामले में नांदल के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश

9/29/2016 1:57:03 PM

चंडीगढ़ (उमंग श्योराण): हरियाणा के राज्यसभा चुनावों में हुई इंक कंट्रोवर्सी के मामले में इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने इलेक्शन कमिश्नर हरियाणा और चीफ सेक्रेटरी हरियाणा को राज्यसभा चुनावों के रिटर्निंग ऑफिसर आर.के. नांदल के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं। साथ ही इस मामले की पूरी जांच कर जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जनप्रतिनिधि कानून व भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाए, ताकि चुनाव प्रकिया दौरान ड्यूटी पर तैनात व अन्य लोगों, जो कथित तौर पर पैन बदलने के लिए जिम्मेदार हैं, उनकी पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सके।  बहरहाल इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने जो एफ.आई.आर. दर्ज करने के निर्देश दिए है वह अपने आप में चुनाव के इतिहास की पहली घटना है। 

 

चुनाव आयोग ने हरियाणा के मुख्य सचिव को भी चुनाव के रिटर्निग अधिकारी व विधानसभा सचिव आर.के. नांदल के खिलाफ इस मामले में ड्यूटी में गंभीर कोताही बरतने व उनके सुपरवाइजरी कंट्रोल में कमी के चलते अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा है। चुनाव आयोग ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी ने वोटों की गिनती शुरू करवाने की इजाजत लेने से पहले आयोग से तथ्य छिपाए व अपनी रिपोर्ट में भी चुनाव प्रक्रिया के दौरान एक अन्य पैन मिलने जैसे गंभीर मामले का उल्लेख तक नहीं किया।

 

चुनाव आयोग ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी न तो यह घटना आयोग के नोटिस में लाए व न ही मतदान दिवस की रिपोर्ट के फारमेट में इसका उल्लेख किया और न ही मतगणना की इजाजत मांगते समय आयोग के पास इसका कोई उल्लेख किया गया। यह मामला चुनाव आयोग से तथ्यों को सीधे-सीधे छिपाने का है। चुनाव आयोग ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान परिसर व चुनाव से संबंधित सभी गतिविधियों के लिए निर्वाचन अधिकारी ओवरआल प्रभारी होता है। इसलिए आयोग यह मानता है कि निर्वाचन अधिकारी आर.के. नांदल जो कि हरियाणा वि.स. के सचिव भी हैं, ने अपनी ड्यूटी निभाने में गंभीर कोताही बरती। यह उनके सुपरवाइजरी नियंत्रण की भी कमजोरी है जिसके चलते मतदान वाले हिस्से में अनधिकृत पैन पाया गया व उसके इस्तेमाल के चलते 12 मत पत्र गिनती के दौरान अलग स्याही के होने से रद्द किए गए। इसलिए आयोग ने चाहा है कि आर.के. नांदल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।

 

चुनाव आयोग को इस बारे लिखा था पत्र : अभय
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने बुधवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों को भारतीय चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए इन आदेशों की प्रतिलिपियां वितरित करते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को इस मामले में एफ.आई.आर. दर्ज करवाए जाने की मांग करते हुए पत्र लिखा था। अब आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को आपराधिक मामला दर्ज करवाए जाने की हिदायत दी है। उहोंने कहा कि राज्यसभा चुनाव के षड्यंत्र में कांग्रेस व भाजपा की मिलीभगत से प्रजातंत्र का गला घोंटा गया व प्रदेश कलंकित हुआ। 

 

अब साजिश के सूत्रधारों का होगा खुलासा
हरियाणा में राज्यसभा चुनाव को लेकर चल रहा इंक कंट्रोवर्सी विवाद अब गहरा सकता है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने पूरे मामले की बारीकियों को समझने और मामले की संगीनता को देखते हुए इस मामले में पुलिस केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। सूत्रों की मानें तो चंडीगढ़ के सैक्टर-3 पुलिस स्टेशन में जल्द ही चुनाव में हुई कथित धांधली को लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज हो सकती है। चर्चा है कि एफ.आई.आर. दर्ज होने के बाद साजिश में शामिल सूत्रधारों के नामों का खुलासा हो सकता है। वहीं चुनाव आयोग के इस कदम से राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा सहित कइयों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

 

बीते 11 जून को राज्यसभा की 2 सीटों के लिए मतदान हुआ था। विधानसभा के सभी 90 विधायकों ने चुनाव में हिस्सा लिया था। इसी दिन शाम को घोषित किए गए चुनावी नतीजे में पहली सीट पर भाजपा उम्मीदवार व केंद्रीय मंत्री बीरेन्द्र्र सिंह ने जीत हासिल की और दूसरी सीट पर चुनाव लड़ रहे भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा भी चुनाव जीते। इस चुनाव में 14 वोट रद्द हो गए थे, जिसके कारण सुभाष चंद्रा को विजयी घोषित किया गया। इनमें 12 वोट अलग स्याही की वजह से तथा पूर्व सी.एम. भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बैलेट पेपर खाली छोड़ने और रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा कांग्रेस विधायक किरण चौधरी को वोट दिखाने की वजह से उनकी वोट रद्द हो गई थी। 

 

इस मामले पर अशोक तंवर ने कहा कि कांग्रेस ही सबसे पहले चुनाव में हुई धांधली को लेकर चुनाव आयोग के पास पहुंची थी। सबसे पहले कांग्रेस ने ही सैक्टर-3 पुलिस थाना में इस मामले की शिकायत देकर एफ.आई.आर. दर्ज करने की मांग की थी। भाजपा सरकार ने षड्यंत्र के तहत चुनाव जीता है। इस मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है। 

 

आर.के. नांदल न कहा कि चुनाव आयोग के नियमों के तहत राज्यसभा चुनाव करवाया गया। पूरी मतदान प्रक्रिया के दौरान आयोग के पर्यवेक्षक भी मौजूद रहे। मैं शुरू से ही इस पूरे मामले की जांच में सहयोग कर रहा हूं। आगे भी अगर किसी तरह की जांच होती है तो सहयोग दिया जाएगा। मुझे अभी तक इस मामले में एफ.आई.आर. दर्ज करवाने के आदेशों की जानकारी नहीं है।