IG कॉलेज में दिग्विजय की एंट्री पर लगी रोक, प्रिंसीपल बोलीं-प्लीज राजनीति का अड्डा न बनाएं

7/31/2016 11:51:21 AM

कैथल: इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला को शनिवार को इंदिरा गांधी महिला कॉलेज में घुसने नहीं दिया। जैसे ही कॉलेज प्रशासन को पता लगा कि चौटाला छात्राओं से बातचीत के लिए आ रहे हैं तो उन्होंने कॉलेज के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया और दूसरी तरफ ढांड रोड के गेट से लड़कियों को घर जाने के लिए कह दिया। दिग्विजय चौटाला करीब 25 मिनट तक गेट खुलने का इंतजार करते रहे, लेकिन कॉलेज प्रशासन की तरफ से न तो गेट खोला गया और न ही बातचीत के लिए कॉलेज की तरफ से कोई प्रतिनिधि बाहर आया। 

 

चौटाला ने कहा कि उन्हें कॉलेज की छात्राओं ने निमंत्रण दिया था और वे उसी निमंत्रण पर छात्राओं से गेट पर ही बातचीत करने के लिए आए थे। वे उसी दिवस के लिए छात्राओं को निमंत्रण देने आए थे लेकिन यहां आने पर देखा गया कि किस प्रकार छात्राओं की अभिव्यक्ति की आजादी को कैसे दबाया जा रहा है। छात्राएं उनसे बातचीत करने के लिए आना चाहती हैं लेकिन कालेज ने उन्हें गेट पर रोक दिया।

 

उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देती है और दूसरी तरफ बेटियों व बहनों की आवाज दबाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक प्रभाव के कारण कालेज प्रशासन ने गेट पर ताला लगवा दिया। चौटाला ने कैथल के विधायक रणदीप सुर्जेवाला पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आई.जी. कालेज प्रशासन व इसकी मैनेजमैंट सुर्जेवाला के संपर्क में रही है, जो कि निंदनीय है।

 

चौटाला ने कहा कि आज 100-150 छात्राओं इनसो से जुडऩा चाहती थी लेकिन राजनीतिक व कालेज प्रशासन के दबाव के कारण उनकी आवाज को दबाव दिया गया। इसके अलावा छात्राओं की आवाज दबाने के लिए किए गए इस व्यवहार को सांसद दुष्यंत चौटाला संसद में व हरियाणा विधानसभा में नैना चौटाला भी उठाएंगी। 

 

 

इस मौके पर राजेश ढुल, संपूर्ण कोयल सहित अन्य इनसो के कार्यकत्र्ता उपस्थित थे। 25 मिनट तक इंतजार करने के बाद दिग्विजय चौटाला कालेज के करनाल रोड गेट से ढांड रोड की तरफ बने कालेज के दूसरे गेट पर पहुंचे और वहीं पर कुछ छात्राओं से मिले और घटना के बारे में जानकारी ली। इनसो आई.जी. कालेज की प्रधान अंजू जागलान व इनसो छात्रा विंग की जिलाध्यक्ष काजल मित्तल ने कहा कि उन्हें व सभी छात्राओं को कालेज प्रशासन ने गेट की तरफ जाने से रोक दिया गया था, यहां पर चौटाला ने छात्राओं को फाऊंडेशन दिवस पर पहुंचने का निमंत्रण दिया।