डॉलर कमाने की चाह में गए थे विदेश, सीरिया की जेल में काटे 14 महीने (Watch Pics)

4/5/2016 11:13:41 AM

कैथल (रमन गुप्ता): डॉलर की चकाचोंद में विदेश रोजी रोटी की तलाश में गए युवकों ने अपनी दर्द भरी दास्तां को पेश किया है। उनका कहना है कि सीरिया के मौजूदा हालात आग के गोले की तरह हैं।    

मिली जानकारी के अनुसार ये युवक सीरिया में हालात बिगड़ने के चलते कहीं लापता हो गए थे और वहां की सरकार ने उन्हें आई.एस.आई.एस के साथ जुड़े होने के शक के आधार पर जेल में बंद कर दिया था। करीब 14 महीने जेल में रहने के बाद भारत सरकार और विदेश मंत्रायल के प्रयासों से इन लोगो की वापिसी हुई है।

जनवरी माह में सीरिया के उप प्रधानमंत्री के भारत दौरे के चलते विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उन्हें इस बारे में अवगत करवाया था। तभी यह वापसी संभव हुई है। उनके साथ कुरुक्षेत्र जिला के पिहोवा के 2 युवकों का भी कोई अता-पता नहीं था। आज इन चारों लोगों की वापसी हुई है।

परिवार के लोग इनकी वापसी का कॉफी दिनों से इंतजार कर रहे थे और काफी चिंतित भी थे। इनके बूढ़े माता-पिता और भाई-बंधु दिन-रात राह ताक रहे थे कि हमारे बच्चों की घर वापसी कब होगी। सर्वजीत की बूढ़ी विधवा मां का रो-रोकर बुरा हाल था।

आज जब सर्वजीत वापिस घर आया तो सबसे पहले गुरुद्वारे में जाकर धन्यवाद किया। कुछ साल पहले इसी गांव का तरणजीत भी विदेश में पैसा कमाने की चाह में गया था, लेकिन उसकी किस्मत अच्छी थी कि संकट में फंसने के बाद उसकी घर वापसी हो गई।

अरुण के पिता कृष्ण लाल का कहना है कि जब हमारे बेटे के साथ हमारा संपर्क टूटा तो हम कई बार एजेंट के पास उसके घर पिहोवा गए लेकिन वो हमें बार-बार टरकाता रहा। हमारे साथ गांव के सरपंच व अन्य मौजिज व्यक्ति भी साथ होते थे। एजेंट सभी के सामने हमे पैसे वापिस न देने की धमकी दे रहा है। उन्होंने कर्ज उठाकरं अपने बेटों को विदेश भेजा था। इसके लिए पैसे भी ब्याज पर लिए हुए हैं। वो अब ओर ज्यादा बन चुके हैं। एजेंट के खिलाफ एस.पी को शिकायत देंगे ताकि गरीब व्यक्ति ऐसे धोखेबाज व्यक्ति के चक्कर में न फंसे। वो पहले भी पुलिस को एजेंट की शिकायत दे चुके हैं।