नाबालिग छेड़छाड़ मामला:सरपंच पर पिस्तौल तानकर पीड़िता को धमकाने के आरोप

8/15/2017 12:31:55 PM

कैथल(जोगिंदर कुंडू):गांव ट्योंठा में दुष्कर्म के एक मामले में हुई एक पंचायत में सरपंच पर एक व्यक्ति पर पिस्तौल तानने व पीड़िता का अपहरण करने की कोशिश करने का आरोप लगा है। इस संबंध में प्रदीप कुमार निवासी गांव ट्योंठा ने पुलिस को शिकायत दी है। इससे पूर्व पीड़िता के पिता दलचंद ने थाना पूंडरी में रमानंद और मेवा राम के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया था। दलचंद का आरोप था कि दोनों आरोपियों ने उसकी पुत्री को बहला-फुसलाकर खेतों में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी मेवाराम को गिरफ्तार कर लिया है। 

इसी मामले को लेकर गांव में एक पंचायत हुई। पंचायत के बीच किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में तू-तू, मैं-मैं हो गई। आरोप है कि इस पंचायत में सरपंच ने प्रदीप कुमार पर पिस्तौल तान दी और पीड़िता को जबरदस्ती कार में बिठाना चाहा। यह भी आरोप है कि ए.एस.आई. हरप्रीत कौर ने पीड़ित और उसकी मां के बाल फाड़ दिए और दबाव बनाकर जबरन बयान लिखवाए। इस संबंध में सोमवार को पीड़ित पक्ष एस.पी. से मिलने आए थे। उन्होंने सी.एम. विंडो और डी.जी.पी. हरियाणा को भी शिकायत दी है। उन्होंने मांग की है कि पीड़ित के बयान दोबारा मैजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किए जाएं।

वहीं, सरपंच जोगी सिंह का तर्क है कि उसने पंचायत में कोई पिस्तौल नहीं निकाली और न ही पीड़िता को कार में डालने का प्रयास किया। उन पर लगाए गए आरोप झूठे हैं और एक साजिश के तहत उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। जोगा सिंह ने आरोप लगाया है कि इस पंचायत में 2 व्यक्तियों प्रदीप राणा व उसके पुत्र साहिल ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले से आई चोटों के कारण वह अस्पताल में भर्ती है। बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

एसोसिएशन जोगा सिंह के पक्ष में आई 
सरपंच पर आरोप लगने के बाद जिले की सरपंच एसोसिएशन जोगा सिंह के पक्ष में आ गई। सरपंच एसोसिएशन के प्रधान गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने बताया कि सरपंच जोगा सिंह को बेकसूर है। जोगा सिंह तो स्वयं गत दिवस से अस्पताल में भर्ती है। पंचायत में 2 लोगों ने आकर उस पर हमला किया है। अगर वह पिस्तौल तानता वे वह खुद कैसे जख्मी होता। एसोसिएशन के सदस्यों का कहना था कि सरपंच जोगा सिंह का मैडीकल भी हो चुका है उसमें तेजधार हथियार से चोट है, यह बात डाक्टरी रिपोर्ट में साबित हो चुकी है। मामले में आरोपियों व पुलिस की मिलीभगत है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पुलिस ने जल्द ही मामले में निष्पक्ष जांच नहीं की तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।