वयोवृद्ध माकपा नेता ने दी परिवार सहित आत्महत्या करने की धमकी

10/9/2016 4:49:58 PM

कैथल: माकपा के वरिष्ठ नेता तथा अखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष कामरेड कुंदन लाल के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने नगर पालिका चीका के प्रशासन पर आरोप लगाया कि 150 पट्टेदारों में से उनके परिवार के 4 सदस्यों को करीब 40 एकड़ भूमि से जबरन बेदखल करने तथा उनकी बोई हुई धान की फसल काटने के प्रयास करने का आरोप लगाया है। 


उन्होंने कहा कि उनके परिवार के खिलाफ साजिश रची जा रही है तथा नगर पालिका ने 2 कर्मचारियों को उनके खेत में अवैध रूप से तैनात कर दिया है ताकि हम फसल न काट सकें। कुंदन लाल ने कहा कि यदि उनके खेत में प्रशासन का कोई भी व्यक्ति आया और जबरन फसलें काटने की कोशिश की तो वह परिवार सहित आत्महत्या करने को मजबूर होंगे। प्रशासनिक उदासीनता से आहत कुंदन लाल ने देर सायं पत्रकारों को बताया कि उन्होंने इस आशय का आज एक ज्ञापन उपायुक्त रवि प्रकाश गुप्ता को दिया जिसमें कहा है कि तात्कालीन मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैंरों ने 1952 व 1957 में पश्चिमी पाकिस्तान से आए परिवारों को शुरू में 20 साला व बाद में हर 5 वर्षीय पट्टे पर उस समय की ग्राम पंचायत की भूमि दी थी। उन्होंने कहा कि 1960 से पहले व उसके बाद उनके बुजुर्ग तथा वे स्वयं भूमि सुधार कर काश्त करते आ रहे हैं तथा इस जमीन को खेती योग्य बनाया है।


हर साल नगर पालिका चीका द्वारा बोली रखी जाती रही है लेकिन सभी आपसी सहमति से पुराने पट्टेदारों को ही बोली पर भूमि दी जाती रही है। इसी कड़ी का वे हर वर्ष हिस्सा बनते रहे तथा दूसरे पट्टेदारों की भांति भूमि को लेते रहे हैं परंतु इस बात कुछ लोगों ने व्यक्तिगत रंजिश के चलते नियमित भाव से कई गुणा अधिक 40,000 रुपए प्रति एकड़ का बयान हल्फी देकर उनकी जमीन छुड़वाने की कोशिश की है। कामरेड ने कहा कि करीब 523 एकड़ भूमि अब नगर पालिका की मलकीयत अवश्य है लेकिन इस तथ्य को नहीं नकारा जा सकता कि सभी पट्टेदारों ने जिनमें उनका परिवार भी शामिल है, नियमित तौर पर बोली राशि का भुगतान किया है। उन्हीं के बिजली मीटर लगे हैं, बोर हैं तथा लाखों रुपए खर्च करके भूमि को काश्त योग्य बनाया है। अब चूंकि फसल पक चुकी है इसलिए कुछ लोग उन्हें आॢथक, मानसिक व पारिवारिक नुक्सान पहुंचाने के लिए प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन बार-बार बोली को टाल रहा है। उन्होंने बोली पर जमीन को छुड़वाने के लिए सिक्योरिटी भी भरी हुई है तथा आगामी वांछित लीजमनी देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बीते 60 साल के राजस्व रिकार्ड में पट्टेेदारों के नाम इंद्राज हैं जिन्हें किसी भी सूरत में नकारा नहीं जा सकता।

किसके नाम है कौन सा प्लाट
कुंदन लाल ने बताया कि करीब 40 एकड़ भूमि उनके परिवार के पास है जिसमें प्लाट नम्बर 20 हरिचंद, 29 नम्बर राजेश, 59 नम्बर स्वयं कुंदन लाल तथा 68 नम्बर प्लाट दरिया राम के नाम है। चिन्हित करके उनका नुक्सान करने की साजिश रची जा रही है। जिसे वह सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी सक्षम न्यायालय ने भूमि से बेदखली के आदेश पारित नहीं किए हैं।