खट्टर की रैली को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद

11/24/2015 2:28:29 PM

गुहला-चीका (गोयल): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की 27 नवम्बर को चीका में होने वाली गुहला विकास रैली के लिए प्रशासन ने कमर कसते हुए जोरदार तैयारियां शुरू कर दी हैं। रैली स्थल का जहां डी.सी. व एस.पी. दौरा करके जायजा ले चुके हैं, वहीं लोकल प्रशासन रैली के दौरान सुरक्षा सहित सभी व्यवस्थाओं पर मंथन करने में जुटा हुआ है। रैली स्थल की पहरेदारी शुरू हालांकि अभी रैली में 4 दिन बाकी हैं परंतु सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन द्वारा रैली स्थल की अभी से पहरेदारी शुरू की जा चुकी है।

रैली स्थल पुरानी अनाज मंडी में पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटियां लगा दी गई जो चौबीस घंटे अनाज मंडी में आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर पैनी निगाह रखेंगे। चीका शहर पंजाब के बार्डर पर स्थित होने के कारण भी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है, नतीजतन रैली में पंजाब की तरफ से आने वाले लोगों की गहन जांच के बाद ही उन्हें आगे जाने की इजाजत देने की कड़ी व्यवस्था की जा रही है।

नई अनाज मंडी में धान गिराने के दिए आदेश
प्रशासन ने रैली के चलते पुरानी अनाज मंडी में धान गिराने पर पाबंदी लगाते हुए आदेश दिए कि जहां पहले से पड़ी धान को तुरंत उठाया जाए, वहीं नई आने वाली धान को भी पुरानी अनाज मंडी के स्थान पर नई अनाज मंडी में गिराया जाए।

पार्किंग की व्यवस्था को लेकर जद्दोजहद
रैली में आने वाले सैंकड़ों वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था को लेकर जद्दोजहद शुरू हो गई है क्योंकि प्रशासन को रैली स्थल के आसपास कोई भी ऐसा खाली मैदान दिखाई नहीं दे रहा, जहां पार्किंग व्यवस्था की जाए।

विधायक ने किया रैली स्थल का निरीक्षण
इस बीच हलका भाजपा विधायक कुलवंत बाजीगर ने रैली स्थल का निरीक्षण किया और प्रशासन द्वारा रैली स्थल पर की जा रही व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। रैली स्थल पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक बाजीगर ने दावा किया कि रैली में इतनी भीड़ उमड़ेगी कि मुख्यमंत्री की इससे पहले की गई सभी रैलियों का रिकार्ड ध्वस्त हो जाएगा।

यह मिल सकती है गुहला को सौगात?
सी.एम. के पहली बार गुहला में आने पर जहां लोगों में उन्हें देखने की जिज्ञासा बनी हुई है, वहीं लोग यह भी चर्चा कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री गुहला हलका के लोगों को क्या सौगात देकर जाएंगे? हालांकि सरकारी तौर पर इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है। परंतु इसके बावजूद भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री महिला कालेज का नींव पत्थर रखकर लोगों की पिछले 60 साल से चल रही इस मांग को पूरा कर सकते हैं।