स्कूल के आगे से ट्रांसफार्मर न हटाने पर लोगों ने किया प्रदर्शन

6/26/2019 11:11:45 AM

कलायत (कुलदीप): स्कूल द्वारा लिखित में पत्र दिए जाने तथा लोगों द्वारा बार-बार आग्रह किए जाने के बावजूद स्कूल के मुख्य द्वार से ट्रांसफार्मर दूर न किए जाने को लेकर लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। बिजली निगम कार्यालय में किसी भी सक्षम अधिकारी के न मिलने पर लोग और भड़क गए, जिसके चलते जब तक विभागीय सक्षम अधिकारी उनकी बात सुनने के लिए मौके पर नहीं पहुंचा, तब तक लोगों ने निगम कार्यालय के मुख्य द्वार पर डेरा डाल दिया। 

भीषण गर्मी के बीच तपते फर्श पर ग्रामीण तब तक, वहीं बैठे रहे जब तक उन्हें ट्रांसफार्मर दूर किए जाने के संबंध में क्या कार्रवाई, अब तक अमल में लाई गई है, उसके बारे में सही प्रकार से जानकारी नहीं दी गई। बिजली निगम कार्यालय के खिलाफ रोष प्रकट कर रहे प्रदीप कुमार, नरेंद्र राणा, अजय शर्मा, धर्मपाल, सतपाल, सजा राम यादव, गोल्डी, चंदन, पृथ्वी, सूरज, जिला सिंह, अमित कुमार, अजय राणा, गौरव व रामकुमार का कहना है कि लोगों द्वारा नगर में चल रहे कन्या प्राथमिक पाठशाला का जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है, जिसके चलते ही मुख्य द्वार का भी निर्माण किया जा रहा है। स्कूल के मुख्य द्वार के बिल्कुल पास बिजली विभाग द्वारा ट्रांसफार्मर लगाया हुआ है जो इस प्रकार परेशानी का सबब बना हुआ है कि गत दिनों भी तार टूटने के कारण हादसा होने से टल गया। 

स्कूल द्वारा जहां करीब 20 दिन पूर्व इस ट्रांसफार्मर की इसके पास ही दूसरे स्कूल की खाली पड़ी चारदीवारी के पास करने का आग्रह पत्र लिखित में सौंपा हुआ है, विभाग को चाहिए तो यह था कि जब स्कूल का मुख्य द्वार लोगों द्वारा बनाया जा रहा है, ऐसे में स्वयं इस पर संज्ञान लेते ट्रांसफार्मर दूर करने की दिशा में कदम उठाया जाता मगर आग्रह करने पर भी इस कार्य को करने की बजाय अब तक टालमटोल की जा रही है। जून माह के प्रथम सप्ताह में इस ट्रांसफार्मर को दूर करने का आग्रह इसलिए किया गया था ताकि स्कूलों में चल रहे ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान ही यह कार्य बन जाता। विभाग का यह उदासीन रवैया लोगों को पूरी तरह कचोट रहा है, जिसके चलते ही इस संबंध में विभागीय उच्चाधिकारियों को शिकायत भी प्रेषित की जाएगी। प्रदीप कुमार, नरेंद्र राणा व धर्मपाल ने बताया कि विभाग द्वारा उन्हें जो कागजात दिखाए गए है, वे तैयार तो किए हैं, मगर अब तक न तो सक्षम अधिकारी के इस पर हस्ताक्षर हैं तथा न ही इसकी जानकारी स्कूल को दी गई है।

Isha