सीवरेज पाइपलाइन बिछाने की मिली अनुमति

1/13/2019 1:10:42 PM

कलायत(कुलदीप): नगर के वार्ड 12 में पिछले करीब साढ़े 3 माह पहले सीवरेज दरकने से लोगों को हो रही परेशानी से अब जल्दी ही निजात मिलने वाली है। विभागीय उच्चाधिकारियों से उस स्थान पर सीवरेज बिछाने के लिए स्वीकृति मिल गई है जिसे विभाग के दुरुस्त करने के पश्चात भी जब ठीक नहीं हुआ तो सैंकड़ों फुट लंबी इस सीवरेज पाइपलाइन को डैड घोषित किया गया था। जिस सीवरेज पाइपलाइन को विभागीय अधिकारियों ने डैड घोषित गया था उसी पाइपलाइन से अधिकांश नगर के गंदे पानी की निकासी होकर एस.टी.पी. पर पहुंचती है। इस लाइन के डैड घोषित किए जाने के बाद विभाग के सामने पानी निकासी को दुरुस्त रखने की समस्या थी। इससे निजात पाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा इस प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था अपनाई कि एक से दूसरे मैनहोल तक पानी निकासी के लिए जमीन के ऊपर से जहां पाइपलाइन बिछाई वहीं पानी लिफ्ट करने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए बिजली की विशेष तौर पर व्यवस्था की गई। 

नकारा किए इस स्थल पर पानी निकासी की स्थायी व्यवस्था करवाने के लिए वार्ड के लोगों ने कई बार जहां विरोध व रोष प्रदर्शन किया, वहीं महिलाओं ने तो चूल्हा-चौका छोड़ धरने पर बैठने का ऐलान भी किया था। विभागीय उच्चाधिकारियों से स्वीकृति मिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली। वार्ड निवासी मा.प्रेमचंद, नीरज शर्मा, मा.जे.बी.भट्ट, आजाद सिंह, जिले सिंह, मेघराज, राजकुमार, मंजीत सिंह व प्रदीप शर्मा ने कहा कि जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा टैंडर प्रक्रिया जल्दी पूरी करके ट्रंचलैस पद्धति से पाइपलाइन बिछाई जाए। 

करीब एक करोड़ की लागत से बिछेगी पाइपलाइन: रजनस्वास्थ्य के कार्यकारी अभियंता महेंद्र सिंह राणा ने बताया कि एक करोड़ से ऊपर की राशि से बिछाई जाने वाली सीवरेज पाइपलाइन की विभागीय उच्चाधिकारियों से स्वीकृति मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा इसके टैंडर आमंत्रित करने की दिशा में पूरी तत्परता से कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि टैंडर प्रक्रिया पूरी होने के साथ भी कार्य भी जल्दी शुरू करवा दिया जाएगा। 

बीते 3 माह में अब तक ऐसे बनी सीवरेज की स्थिति
30 सितम्बर को लीकेज होने के चलते जनस्वास्थ्य विभाग ने इसे देखने के लिए शुरू किया खुदाई कार्य। 3 अक्तूबर को गली दरककर ले गई कुएं का रूप। विभाग ने बंद किया रास्ता। 4 अक्तूबर को गरीब का गिरा आशियाना। लोगों में बनी दहशत। 5 अक्तूबर विभाग की लीपापोती नहीं आई काम। लोगों में पनपा रोष, सीवरेज जांचने उतरी क्रेन धंसी, एस.डी.एम. जगदीप सिंह ने किया दौरा। 7 अक्तूबर पेयजल व्यवस्था चरमराने से लोग हुए परेशान, विभाग ने टैंकों से उपलब्ध करवाया पानी। 

 9 अक्तूबर सीवरेज पाइपलाइन डैड घोषित, पानी निकासी के लिए की वैकल्पिक व्यवस्था जो आज तक भी बनी हुई है। 11 अक्तूबर भाजपा प्रांतीय उपाध्यक्ष धर्मपाल शर्मा ने किया दौरा, मिले पीड़ित परिवार से। डेढ़ माह बीतने पर सीवरेज व्यवस्था ठीक न होने लोगों ने किया रोष प्रकट। पालिका चेयरपर्सन व पार्षदों ने जन स्वास्थ्य विभाग पर कार्य में अनदेखी करने के आयत किए आरोप। 2 दिसम्बर को महिलाओं ने एक और सुधार कार्यक्रम के निदेशक रॉकी मित्तल से जनस्वास्थ्य विभाग की शिकायत।  24 दिसम्बर को महिलाओं ने खोला जनस्वास्थ्य के खिलाफ मोर्चा, धरना-प्रदर्शन की नारेबाजी, लोगों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का किया ऐलान। सीवरेज डैड घोषित किए जाने पर लगभग 3 माह से इस प्रकार की जा रही है पानी निकासी। 

Deepak Paul