सुसाइड करने निकले छात्र को पुलिस ने 6 घंटों में ढूंढ माता-पिता से मिलवाया

12/15/2018 1:22:24 PM

कैथल(सुखविंद्र): परिजनों द्वारा 12वीं कक्षा में नॉन मैडीकल दिलवाए जाने से परेशान एक छात्र सुसाइड नोट लिख घर से चला गया। जब माता-पिता ने सुसाइड नोट देखा तो तुरंत बेटे के दोस्तों को फोन किया व आस-पास बेटे की तलाश की लेकिन उसका कहीं भी कोई पता नहीं चला। यह घटना 13 दिसम्बर रात्रि 8 बजे की है। इसके बाद राजेंद्रा सेठ कालोनी कैथल निवासी पिता ने मामले की सूचना सिटी पुलिस को दी। शिकायत के साथ ही परिजनों ने छात्र द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट भी पुलिस की टीम को दिखाया जिसको लिखकर कार्तिक घर से गया था। 

बाद में पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए उसे 6 घंटों में ढूंढ निकाला
मामले की जानकारी मिलते ही एस.पी. वसीम अकरम ने कार्रवाई के लिए सिटी एस.एच.ओ. मंदीप कुमार व साइबर सैल के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई। घर से गायब हुआ छात्र कार्तिक अपने पास मोबाइल लिए हुए था लेकिन वह किसी की कॉल नहीं उठा रहा था। इसके बाद पुलिस ने कार्तिक के मोबाइल नम्बर की लोकेशन ट्रेस की। लोकेशन कभी चंडीगढ़ तो कभी जीरकपुर और कभी अम्बाला की आ रही थी। अंत में पुलिस ने रात्रि 2 बजे कार्तिक को अम्बाला कैंट रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया। इसके बाद उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया। पूछताछ में कार्तिक ने बताया कि परिजनों ने उसे 12वीं कक्षा में उसकी इच्छा के विरुद्ध नॉन मैडीकल दिलवाया था जो वह बिल्कुल भी नहीं लेना चाहता था। इसी बात से परेशान होकर उसने सुसाइड करने की ठानी थी। 

एस.पी. वसीम अकरम ने 6 घंटे में छात्र को ढूंढने पर सिटी एस.एच.ओ. मंदीप कुमार, साइबर सैल इंचार्ज सतबीर, ए.एस.आई. बजिंद्र कुमार, एस.सी. कुलदीप व एस.सी. जसवंत की पीठ थपथपाई। पुलिस की मुस्तैदी से छात्र की जान बच गई। 

पुलिस को बताया
परिजनों ने 12वीं में उसकी इच्छा के बिना नॉन मैडीकल दिलवा दी थी, जो वह बिल्कुल नहीं लेना चाहता था। इसको लेकर परिजनों से कहासुनी भी हुई। इसी से परेशान होकर उसने ऐसा कदम उठाने की सोची। 

ये लिखकर निकला था
कार्तिक ने लिखा था कि वह जिंदगी से परेशान हो चुका है और मैं अपनी मर्जी से सुसाइड करने जा रहा हूं। मेरी मौत के बाद किसी को भी परेशान न किया जाए। काॢतक ने अपने इस गलत कदम के लिए अपने मम्मी-पापा व बहन से गलती भी मानी थी कि वह अच्छा बेटा व अच्छा भाई नहीं बन सका। 

Deepak Paul