सरकार के परियोजना निदेशक ने नंदीशाला का किया निरीक्षण

1/20/2019 3:30:08 PM

कैथल (महीपाल/गौरव): हरियाणा सरकार के एक और सुधार कार्यक्रम के परियोजना निदेशक रॉकी मित्तल ने गांव भैणी माजरा स्थित लगभग 10 एकड़ में फैली श्री कपिस्थल नंदी गौशाला का निरीक्षण किया। जिला प्रशासन एवं समाज के सहयोग से चलाई जा रही इस गौशाला में गायों, नंदियों व बछड़ों के लिए की गई अलग-अलग व्यवस्थाओं की सराहना की। रॉकी मित्तल ने कहा कि इस गौशाला को हिन्दुस्तान की स्मार्ट गौशाला में विस्तृत कर इसको पक्का करने के साथ-साथ नगर परिषद की साथ पड़ी 18 एकड़ जमीन को भी इसमें मिलाया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि वह अमरीकन सांड की नशबंदी करवाने के लिए डाक्टरों से बात करेंगे तथा जो भी इनको सड़कों पर छोड़कर जाते हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की जाएगी, क्योंकि यह हमारे आस्था से भी जुड़े नहीं है। इसके अलावा शीघ्र ही नंदीशाला में बिजली कनैक्शन उपलब्ध करवाया जाएगा तथा जिसे शहर की लाइन से जोड़ा जाएगा। गौशाला में चारे की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। मौके पर उन्होंने उपायुक्त धर्मवीर सिंह से बात कर सड़क बनाने की मांग रखी, जिस पर उपायुक्त ने उन्हें आश्वस्त किया की उनकी मांग पूरी की जाएगी। 

बाद में बातचीत करते हुए मित्तल ने कहा कि यह प्रदेश की अब तक की सबसे बेहतरीन गौशाला है, जिनका उन्होंने अभी तक दौरा किया है। वर्तमान में गौशाला में 6 शैड गायों, नंदियों व बछड़ों के लिए बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त चारे के लिए भी एक बड़ा शैड व एक छोटा शैड मौजूद है। वर्तमान में इस गौशाला में लगभग 700 गाय, नंदी व बछड़े हैं। इस नंदीशाला में बीमार पशुओं को रखने के लिए अलग से शैड बनाया गया है जिसमें मुर्गा जाल लगाया गया है, ताकि बीमार पशुओं को पक्षी किसी भी प्रकार का नुक्सान न पहुंचा सके। गौशाला में गायों के पीने के पानी के लिए ट्यूबवैल लगाए गए हैं तथा 5 किलोवाट सोलर सिस्टम भी लगाया गया है। 

गौशाला में मिट्टी भरत, पेवर ब्लाक व शैड का कार्य जारी है। नंदीशाला में दूध देने वाली गायों, अन्य गायों, नंदियों व बछड़ों को रखने के लिए अलग-अलग प्रबंध किए गए हैं। वर्तमान में श्री गिरि राज मित्र मंडल द्वारा जिला प्रशासन एवं जनता के सहयोग से नंदीशाला में सभी व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। प्रधान रामलाल, उप प्रधान एडवोकेट काबज राम व प्रबंधक विकास के अतिरिक्त अशोक मित्तल, अशोक मंगला, दिनेश मित्तल, जोङ्क्षगद्र घोघ आदि द्वारा गायों की सेवा की जा रही है। 

Deepak Paul