मंडियों में हो रही सूरजमुखी व सरसों की फसलों की बेकद्री : कसाना

6/14/2019 9:20:51 AM

ढांड(मल्होत्रा): युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि एक तरफ  प्रदेश सरकार किसानों को मक्का, अरहर व दाल की खेती करने का राग अलाप रही है तो दूसरी तरफ सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते प्रदेश की अनाज मंडियों में सूरजमुखी व सरसों की फसलों की किस तरह बेकद्री हो रही है, वह सबके सामने है। सरकार का किसान विरोधी चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पंचायती भूमि पर भी मक्का बीजने के फरमान जारी कर दिए है।

शाहाबाद दौरे के दौरान 2 बार आने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की थी कि सूरजमुखी फसल की 100 प्रतिशत खरीद होगी लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद भी 25 प्रतिशत खरीद के बाद खरीद को बंद कर किसानों को प्रताडि़त किया जा रहा है। जिससे साफ जाहिर होता है कि सरकार पर अफसरशाही हावी है। लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ने दाना दाना खरीदने की घोषणा की थी, सरकार की घोषणाएं महज घोषणाएं बनकर रह गई हैं।

किसान अपनी फसलों को बेचने के लिए सड़कों पर उतरने पर मजबूर है लेकिन उसके बावजूद सत्ता के नशे में मदहोश सरकार किसानों का निरंतर शोषण कर रही है। जब सूरजमुखी व सरसों की फसलों की मंडियों में बेकद्री हो रही है तो किसान सरकार की बात पर कैसे विश्वास करें कि सरकार मक्का व अरहर की खरीद करेगी या उक्त फसलों की तरह किसानों को इन फसलों को बेचने के लिए आंदोलन करना पड़ेगा। प्रदेशाध्यक्ष ने सरकार को कहा कि सरकार बिना समय गवाए मंडियों में किसानों की सूरजमुखी व सरसों की फसलों की खरीद करवाए, नहीं तो भाकियू सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आएगी।

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