पालिका बाजार में अवैध कब्जों पर गिरी परिषद व प्रशासन की गाज

12/8/2017 12:31:36 PM

कैथल(गौरव):नगर परिषद कैथल ने शहर के मुख्य भगत सिंह चौक के समीप पालिका बाजार स्थित अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत अवैध कब्जों को धराशाही कर दिया। करीब एक दर्जन से अधिक दुकानों के बाहर चौतरों को गिराया गया। किसी भी अप्रिय घटना व दुकानदारों द्वारा जताए जाने वाले विरोध को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल के साथ महिला पुलिस कर्मचारी भी मौके पर मौजूद रही। ड्यूटी मैजिस्ट्रेट तहसीलदार राकेश कुमार की अध्यक्षता में परिषद की इस कार्रवाई के चलते जहां लोगों ने अपना रोष व्यक्त करते हुए अपना प्रदर्शन किया, वहीं प्रशासन व सरकार पर दुकानदारों व व्यापारी विरोधी करार दिया।

मजे की बात तो यह रही है कि परिषद द्वारा अवैध कब्जे हटाने के लिए लोगों को पहले ही नोटिस भेजकर सूचित कर दिया गया था जिसका परिणाम यह रहा कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की भनक लगते ही दुकानदारों ने स्वयं ही अवैध कब्जे गिराने शुरू करने के साथ अवैध रूप से सड़क पर रखे समान को उठाना शुरू कर दिया। हुआ यूं कि आज दोपहर करीब 3 बजे परिषद टीम भारी पुलिस बल के साथ पालिका बाजार पहुंची और दुकानों के बाहर अवैध रूप से 3 फुट लंबे चौतरों को जे.सी.बी. मशीन की सहायता से तोड़ दिया। परिषद की इस कार्रवाई के चलते काफी संख्या में आसपास के दुकानदार व लोग इकट्ठे हो गए।
 

कब्जे हटाने की कार्रवाई शाम तक चलती रही। अभियान में शामिल बिल्डिंग इंस्पैक्टर ब्रजेश हुड्डा ने बताया कि गत 10 नवम्बर को पालिका बाजार के दुकानदारों को अवैध कब्जे हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए थे जिसमें एक सप्ताह का समय भी दिया गया था, परंतु दुकानदारों द्वारा अवैध कब्जे नहीं हटाए गए। जिसके चलते आज इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। यहां उल्लेख करना जरूरी है कि पालिका बाजार में अवैध कब्जों के खिलाफ एक दुकानदार द्वारा प्रशासन व सरकार को लिखित रूप से शिकायत कर कब्जे हटाने की गुहार लगाई थी। शिकायत में उसने आरोप लगाया था कि उसकी दुकान व बाजार के बाहर दुकानदार समान, होर्डिग बोर्ड के साथ अपने वाहन खड़ा कर देते हैं जिस कारण आवागमन प्रभावित होता है और उसकी दुकानदारी पर व्यापक असर पड़ रहा है। इसलिए कब्जे हटाए जाए। 

भाजपा राज में कैथल शहर व व्यापारियों का नहीं है कोई रखवाला : दुकानदार 
अतिक्रमण हटाने से पूर्व पालिका बाजार के प्रधान योगेश मित्तल, अमित, अवतार सिंह, दीपक, नरेश, नरेंद्र, जॉनी मित्तल आदि दुकानदारों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताते हुए कहा कि आज भाजपा राज में शहर व व्यापारियों का कोई रखवाला नहीं है। उन्होंने कहा कि बेवजह दुकानदारों को तंग किया जा रहा है जबकि वे नियमित रूप से परिषद को किराया दे रहे है और परिषद ने इसी हालत में उन्हें दुकानें मुहैया करवाई थी। प्रधान योगेश मित्तल ने कहा कि बरसात के दिनों में पानी निकासी का प्रबंध न होने के कारण गंदा पानी दुकानों में घुस जाता है, जिसको देखते हुए दुकानों के बाहर चौतरे बनाए गए थे लेकिन अब चौतरे गिरा देने से बरसात के दिनों में पूर्व की तरह समस्या बन जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बाजार से सिर्फ छोटे वाहनों व राहगीरों का आवागमन लगा रहता है और लोगों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है।

 लेकिन दुकानदारों को प्रताडि़त करने के लिए चौतरे तोड़े गए है। जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। दुकानदार जोनी मित्तल ने कहा कि इससे पहले ऐसी सरकार उन्होंने कभी नहीं देखी जिन्होंने व्यापारी और दुकानदारों का जमकर शोषण किया हो। सरकार ने सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं दिया है सिर्फ दुकानदारों को परेशान करने के लिए सरकार द्वारा इस प्रकार के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में चुप बैठने वालों में से नहीं है और आने वाले समय में वह सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी करने का कार्य करेंगे और इस तरह की कार्रवाई का खामियाजा सरकार को आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा

किसी भी सूरत में अवैध कब्जे सहन नहीं किए जाएंगे : ड्यूटी मैजिस्ट्रेट 
ड्यूटी मैजिस्ट्रेट तहसीलदार राकेश कुमार ने कहा कि आज की कार्रवाई शहर में अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन के निर्देशानुसार की गई है। अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई में दुकानदारों ने प्रशासन का सहयोग दिया और अभियान शांति पूर्ण रहा। शहर में किसी भी सूरत में अवैध कब्जे सहन नहीं किए जाएंगे। लोगों से अपील है कि वे स्वयं अवैध कब्जे हटाए व शहर को साफ सुथरा रखने में प्रशासन का सहयोग दें।