हंगामेदार होगी जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक, अधिकारियों पर गिर सकती है गाज

12/8/2017 12:45:34 PM

कैथल(अजय):लघु सचिवालय में अाज आयोजित होने वाली जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के लिए आने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के आगमन से जिलेभर के अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं और हर अधिकारी समिति में उठने वाले सवालों के जवाबों को तैयार करने में जुटा है। गौरतलब है कि कष्ट निवारण समिति की पिछले माह की बैठक में मंत्री अनिल विज ने कड़ा रुख अपनाते हुए नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी को निलम्बित करते हुए कई अन्य अधिकारियों की भी क्लास ली थी।

इसी बात को लेकर हर अधिकारी अपने आप को मंत्री के सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार कर रहा है ताकि सरकारी तौर पर किसी तरह की खामी शिकायतों के जवाबों में न मिले। यहां यह भी उल्लेख करना जरूरी है कि जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक 10 नवम्बर को होनी थी जोकि मंत्री जी के व्यस्त कार्यक्रम के कारण रद्द हो गई थी जिससे आमजनता में मायूसी छा गई थी लेकिन 8 दिसम्बर को होने वाली बैठक में आम जनता को अपने जनहित कामों को लेकर उत्सुकता दिखाई दी। 

अनिल विज कल की बैठक में इस बदलाव को भी जरूरी देखना चाहेंगे जो पिछली बैठक में कार्यक के सरकारी काम न होने का दर्द बयां हुआ था। पिछले माह की बैठक में भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट तौर पर अधिकारियों द्वारा उनकी अनदेखी व उनके कामों पर तवज्जों न देने की शिकायत अनिल विज के सामने की थी जिस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कड़ा संज्ञान लेते हुए अफसरों को अपने रवैये में सुधार लाने की भी बात की थी। गत माह की बैठक में विधायक कुलवंत बाजीगर भी कार्यकर्ताअों के साथ पहुंचे थे और उन्होंने भी भाजपा वर्करों के सुर में सुर मिलाते हुए अधिकारियों के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। 

इस बार की बैठक में न केवल स्वास्थ्य मंत्री बल्कि कार्यकर्ताओं का एक माह का अनुभव क्या बयां करने वाला है यह बैठक की कार्रवाई ही बता पाएगी। इस बार की कष्ट निवारण समिति की बैठक हंगामेदार होने की उम्मीद की जा रही है क्योंकि पिछली बार जिस तरह के घटनाक्रम बैठक के दौरान वर्करों व अधिकारियों को लेकर सामने आए थे उसे देखकर लगता है कि जहां इस बैठक में कार्यकर्ताओं की तादाद दोगुणी होगी, वहीं आम लोग भी अपने कष्टों के निवारण के लिए पहुंचेंगे। बैठक में रखी जाने वाली शिकायतें पहले ही दर्ज हो जाती है और इस बैठक के बाद मंत्री खुले तौर पर भी जनसमस्याएं सुनते हैं। मंत्री द्वारा त्वरित कार्रवाई किए जाने से आम जनता में भी एक उम्मीद बंधी है जिसे लेकर लोग अपनी शिकायत पत्र के साथ हाऊस का हिस्सा जरूर बनना चाहेंगे।