महिला थाने से मिली निराशा, SP से लगाई गुहार

10/24/2015 12:03:27 PM

कैथल, (पराशर) : बीते 10 दिनों से एक विवाहिता चिल्ला-चिल्ला कर कर रही है कि उसके साथ कुछ लोगों ने बलात्कार किया, वह पबनावा से अपहृत की गई और कैथल के सेक्टर-18 में बेहोश मिली, उसे हर रोज महिला थाना में सुबह बुलाकर दिल ढलने पर वापसी का फरमान सुनाकर गांव लौटा दिया जाता है। 

यह व्यथा उत्तर प्रदेश की मूल निवासी और उस विवाहिता की है, जिसका पति भी अब जीवित नहीं है। सात साल का बेटा और सास ही उसकी जिंदगी है। पुलिस अधीक्षक को भेजी शिकायत में शांति (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह 14 अक्तूबर को सुबह पौने 5 बजे पबनावा बस स्टैंड पर अपनी सास के साथ पहुंची थी. ताकि किसी काम से 10 बजे तक दिल्ली में सर्वोच्च न्यायालय अपने वकील के पास पहुंच सके, लेकिन उसके साथ अनहोनी घट गई। 
वाटर कूलर से पानी की बोतल भरने गई तो ट्रक के पीछे छिपे 2 बदमाशों ने उसके मुंह पर नशीले पदार्थ से युक्त रूमाल ढक दिया और उसे उठा ले गए। ठीक 2 घंटे बाद वह सेक्टर 18 कैथल में मिली जिसे डेरा सच्चा सौदा के प्रेमियों ने बेहोशी की हालत में देखा तो नारी की लज्जा बचाते हुए उसे अस्पताल में गम्भीर अवस्था में दाखिल करवाया गया। पीड़िता का आरोप है कि जब उसे सायं करीब 3 बजे होश आया तब तक पुलिस बयान लिखने अस्पताल नहीं पहुंची थी। दुखी और भयग्रस्त महिला को उसकी सास वापस गांव ले गई। उसने अपने साथ बीती कहानी लिखित शिकायत के रूप में पुलिस को 2 दिन बाद यानी 16 अक्तूबर को दी गई और एक आरोपी का नाम भी लिखा जिसके साथ कथित तौर पर उसका पहले भी विवाद हुआ था। उसका आरोप है कि हर रोज महिला पुलिस थाना में उसे बुलाया जाता है, परंतु बयान तक दर्ज नहीं हुए जिसका उसे अफसोस है। पीड़िता का कहना है कि उसके साथ गलत काम हुआ।  पुलिस ने अभी तक उसकी चिकित्सीय जांच भी नहीं करवाई। उसे दोषियों से जान से मारने की धमकियां भी मिली हैं। बता दें कि यहां पत्रकारों के समक्ष अपना दुखड़ा सुनाते वक्त सास और बहू फफक-फफक कर रो पड़ी।
 
बलात्कार मामले में क्या हैं दिशा-निर्देश
सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश हैं कि कोई भी पीड़िता जब यौन शोषण यानी बलात्कार आदि के आरोप लगाती है तो उसकी मेडिकल जांच करवाना, पुलिस केस दर्ज करना तथा सुरक्षा प्रदान करना पुलिस की जिम्मेदारी है। जो इस केस में अभी तक नहीं की गई यानि नियमों व कायदों का पालन नहीं हुआ। 
 
हम खंगाल रहे हैं महिला का पिछला रिकार्ड : आई.ओ.
महिला पुलिस स्टेशन की जांच अधिकारी उप-निरीक्षक निर्मला ने सम्पर्क करने पर बताया कि उनके पास शिकायत जांच के लिए आई है। हम उन सभी तथ्यों की पड़ताल कर रहे हैं जो उससे जुड़े पिछले मामलों से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि शिकायत की सच्चाई जानने के लिए यह भी जरूरी एक्सरसाइज है। आरोपों की प्रमाणिकता के आधार पर आगामी कार्रवाई होगी।