डिपो के बेड़े से हटेंगी 5 बसें, यात्रियों की बढ़ेंगी परेशानियां

7/17/2019 12:47:37 PM

करनाल (सरोए): जिले में यातायात व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है, जिसका खमियाजा यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। सरकार द्वारा डिपो के बेड़े में पिछले कई सालों से नई बसें नहीं भेजी गई। उधर, जुलाई माह के अंतिम सप्ताह तक डिपो के बेड़े से 5 बसें हट जाएंगी अर्थात कंडम घोषित कर दी जाएगी। जिससे यात्रियों की मुसीबतें पहले की अपेक्षा और बढ़ जाएगी। क्योंकि यात्री पहले से ही बसों की कमी के चलते परेशान है, अब बसे डिपो के बेड़े में देने की बजाय बसों को कंडम घोषित किया जा रहा है।  संदीप, सुरेश, राहुल ने बताया कि जब सरकार को पता है कि बसों की संख्या काफी कम है तो क्यों नहीं नई बसों को बेड़े में शामिल किया जाता। सरकार के मंत्री-विधायक गाडिय़ों में घूमते रहते हैं, कभी रोडवेज की यात्रा भी करके देखे। 

उन्हें ही पता है कि वे कैसे बसों में सफर करके स्कूल-कालेज या शहर में पहुंचते हैं। पहले बसों का घंटों का इंतजार करते है, फिर जान जोखिम का सफर शुरू हो जाता है लेकिन सरकार को इसकी कोई ङ्क्षचता नहीं है। डब्ल्यू.एम. बालक राम ने बताया कि इस माह में 5 बसें कंडम घोषित कर दी जाएंगी। जो बसें खराब होती हैं, उन्हें जल्द से जल्द ठीक करके चलाया जा रहा है।

रोडवेज कर्मी आज 2 घंटे करेंगे विरोध प्रदर्शन
 इंद्री-लाडवा जाने वाली करीब 6 से 7 बसों को डिपो अधिकारियों द्वारा हटा दिया, इन बसों को हटाकर यमुनानगर भेजा जा रहा है। जिसके चलते लोकल यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जब डिपो के पास पर्याप्त बसें नहीं है तो क्यों बसों को दूसरे जिलों में भेजा जा रहा है।

यूनियन प्रधान सुखविंद्र सिंह, प्रधान काला राम, प्रधान कृपाल सिंह ने डिपो अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी प्राइवेट बस संचालकों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। इसके अलावा काफी कर्मचारियों को 3 माह से वेतन तक नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डिपो अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ वर्कशाप के गेट पर 2 घंटे के लिए विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। अगर इसके बाद भी कोई स माधान नहीं हुआ तो आगामी बैठकर करके रणनीति बनाई जाएगी।  

Isha