विदयार्थियों के लिए बनेगा डीजी लॉकर

1/13/2019 1:45:03 PM

करनाल: सी.बी.एस.ई. के बाद अब सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले स्टूडैंट्स को भी डीजी लॉकर की सुविधा मिलेगी। 10वीं-12वीं बोर्ड के स्टूडैंट्स की माक्र्सशीट अब डीजी लॉकर में रहेगी। छात्र इसका इस्तेमाल कभी भी, कहीं भी कर सकेंगे। यह सत्यापित प्रति के रूप में उपलब्ध रहेगा। सी.बी.एस.ई. की तर्ज पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों और बी.ई.ओ. व पिं्रसीपल को डीजी लॉकर की पालना करने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं। शिक्षा विभाग डीजी लॉकर की सुविधा उपलब्ध करवाएगा। डीजी लॉकर के लिए नया इश्यूअर बनाना होगा। इस तरह के प्रयास का कारण प्रदेश सरकार की ओर से पेपरलैस और कैशलैस और फेसलैस प्रशासन नागरिकों को मुहैया करवाना है। 

मोबाइल में भी खोल सकेंगे डीजी लॉकर : मान
जिला शिक्षा अधिकारी ईश्वर सिंह मान ने बताया कि इस सुविधा के शुरू होने के बाद स्टूडैंट्स मोबाइल में भी डीजी लॉकर खोल सकेंगे। अभी साल 2001 से 2017 तक बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हुए विद्याॢथयों की माक्र्सशीट इसमें उपलब्ध करवाई जाएगी। 

यह है डिजीटल लॉकर
डिजीटल लॉकर या डीजी लॉकर एक तरह का वर्चुअल लॉकर है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2015 में लांच किया था। हालांकि इससे जुड़े नियमों को 2017 में नोटिफाई किया गया है। विभाग का दावा है कि एक बार लॉकर में अपने डॉक्यूमैंट अपलोड करने के बाद उन्हें फिजिकली रखने की जरूरत नहीं होती है। संबंधित अधिकारी के मांगे जाने पर आप इसे दिखाकर अपना काम चला सकते हैं। अधिकारी को इसे मान्यता देनी होगी। 

माक्र्सशीट के लिए डीजी लॉकर में फ्री स्पेस दिया जा रहा
हरियाणा विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी किए गए आदेशों के मुताबिक केन्द्रीय मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर ई-गवर्नैंस के तहत यह फैसला लिया गया है। माक्र्सशीट के लिए डीजी लॉकर में फ्री स्पेस दिया जा रहा है। इसके तहत डाटा अपलोड किया गया है। कुछ तकनीकी काम और चल रहा है। आने वाले दिनों में छात्रों को यह सुविधा मिलने लगेगी। 



 

Deepak Paul