सरकार ने शहीद का किया अपमान : शांडिल्य

1/30/2016 3:26:12 PM

तरावड़ी (चावला): एंटी टैरारिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने आज कहा कि शहीदों की बदौलत ही आज हिन्दुस्तान है। संविधान है और भारत का वजूद भी है,लेकिन सरकार व जनता शहीदों का सम्मान नहीं कर रही है। इसका जीता जागता उदाहरण यमुनानगर में दिखा। यहां आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने वाले शहीद रॉकी के भाई को चपरासी की नौकरी दे दी गई जो शहीद की शहादत के साथ भद्दा मजाक है। 

शांडिल्य तरावड़ी की लक्ष्मी कालोनी में स्थित फ्रंट के जिलाध्यक्ष वेद सलूजा के निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर कुलवंत सिंह मानकपुर,पंजाब के प्रधान मनीश पासी,पानीपत के प्रधान मदन भारद्वाज,अम्बाला के प्रधान रमेश अरोड़ा,राष्ट्रीय सचिव लखविन्द्र सिंह साधापुर, कुरुक्षेत्र के प्रधान राजीव मित्तल मोंटी समेत कई गणमान्य लोग भी मौजूद थे। 

वीरेश शांडिल्य ने कहा कि शहीद रॉकी के भाई की नियुक्ति सम्मानजनक पद पर की जाए। हरियाणा पंजाब व हिमाचल सरकार ने 20-20 लाख रुपए दिए हैं जो बहुत कम हैं। इसी तरह पठानकोट के घायलों को 25 लाख व जिंदा शहीद अवार्ड दिया जाएगा। इसकी पहल फ्रंट करेगा और अम्बाला के घायल गरुड़ कमांडो को जिंदा शहीद अवार्ड देगा। शांडिल्य ने कहा कि पठानकोट में शहीद हुए अम्बाला के गरुड़ कमांडो शहीद गुरसेवक सिंह गरनाला के परिजनों को कारगिल की तरह गैस एजैंसी या पेट्रोल पम्प दिया जाए।

उन्होंने मांग की है कि यह सुविधा तमाम शहीदों को मिले। इस मौके पर वीरेंद्र बंसल, ओमप्रकश मल्होत्रा, सुरेन्द्र खुराना, कृष्ण लाल रहेजा, यशपाल शर्मा, रमेश नारंग, सुरेश गोयल, पंकज गोयल समेत कई लोग मौजूद थे।