यहां बिना नंबर प्लेट के दौड़ रही ''ई-रिक्शा''

8/8/2016 12:32:47 PM

करनाल (शैली): वैसे तो शहर में बिना नंबर प्लेट के वाहन तथा बिना कागजात वाले वाहनों को तुरंत ही चालान काटकर वाहन चालक के हाथ में थमा दिया जाता है, लेकिन शहर में करीब 100 से अधिक चल रही ई- रिक्शा की ओर किसी भी पुलिस अधिकारी या कर्मचारी का ध्यान नहीं है। किसी भी ई-रिक्शा पर नंबर नहीं है अौर न ही उनका रजिस्ट्रेशन है।

 

पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ई-रिक्शा मोटर व्हीकल एक्ट में नहीं आती है। इस कारण इनका चालान नहीं किया जा रहा है। हालांकि वे ई-रिक्शा चालकों को कहते हैं कि ई-रिक्शा को सही ढंग से चलाया जाए। दिलचस्प बात है कि जिस शहर में हर चौक चौराहों पर पुलिस कर्मचारी चालान काटने में मगन रहते हैं, उस शहर में ई-रिक्शा बिना कागजात के चल रही है जो बड़ी हैरानी की बात है। भगवान न करे अगर किसी ई-रिक्शा से कोई हादसा हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। इस बारे में किसी भी पुलिस अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं है। 

 

आर.टी.ए. प्रद्युम्न सिंह ने बताया कि अभी ई-रिक्शा को रजिस्ट्रेशन करने के लिए कार्य चल रहा है। जल्द ही उनका रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा। शहर में जो ई-रिक्शा चल रही है। उनमें से आधी तो डी.सी. कार्यालय से सम्बंधित हैं।

 

अधिकारियों की लापरवाही 

ई-रिक्शा का प्रयोग कमर्शियल किया जा रहा है, सवारियों को इधर से उधर ढो रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन ने उनका शहर में चलाने से पहले कागजात बनवाने की जहमत नहीं उठाई। जो अधिकारियों की घोर लापरवाही को दिखाने के लिए काफी है। ई-रिक्शा चले हुए शहर में कई माह बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक प्रशासनिक अधिकारी उनके कागजात प्रक्रिया पूरी नहीं कर पा रहे हैं। अब पता नहीं अधिकारियों ने बिना कागजात के ई-रिक्शा को सड़कों पर उतारने की क्या जल्दी थी। पहले ही ट्रैफिक पुलिस द्वारा सड़कों पर बिना कागजात के दौड़ रहे ऑटो को सड़कों से नहीं हटाया है, न ही ऑटो चालकों को यातायात नियमों की सही जानकारी उपलब्ध करवाई है क्योंकि ऑटो के कारण शहर की सड़कों पर वाहनों की गति काफी धीमी हो जाती है।