स्वर्ण जयंती वर्ष में पूरी होंगी 50 बड़ी परियोजनाएं: खट्टर

5/6/2016 9:51:04 AM

करनाल: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राज्य के इस स्वर्ण जंयती वर्ष में विकास की गति और तेज करते हुये 50 बड़ी परियोजनाएं पूरी की जाएंगी। खट्टर ने वाल्मीकि धर्म परिषद् द्वारा रामनगर में उनके जन्मदिन पर आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में यह घोषणा की। 

 

उन्होंने कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार ने अपने लगभग 18 माह के कार्यकाल में विकास के इतने कार्य स्वीकृत किये जितने पिछली सरकारों ने अपने पूरे कार्यकाल में नहीं किये। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश यह वर्ष स्वर्ण जयंती के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें सर्वांगीण विकास का लक्ष्य रखा गया है। राज्य में 50 बड़ी परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा रहा है जिसमें करनाल में कल्पना चावला के नाम पर मैडिकल यूनिवर्सिटी तथा एक बागवानी विश्वविद्यालय स्थापित करने की परियोजनाएं भी शामिल हैं।

 

इसके साथ लगभग 32 एकड़ क्षेत्र में एक नया बस अड्डा बनाया जाएगा, जहां से अन्य प्रांतों की बसें भी चला करेंगी। यह बस अड्डा पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा। 

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों के साथ-साथ सामान्य जीवन से जुड़ी लगभग 100 सेवाएं ऑनलाइन की गई हैं, जिससे सभी लोग घर बैठे अपना काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राशन वितरण प्रणाली में गड़बड़ी रोकने के लिए आधार आधारित कार्ड प्रणाली लागू की गई है। 

 

इससे सामने आया कि लगभग 4 लाख लोगों के पास गैस सिलेंडर हैं और वे राशन डिपो से तेल नहीं लेते लेकिन उनके नाम कार्ड में तेल जारी होता है। यह तेल ब्लैक मार्किट में जाता था, जिस पर अब अंकुश लग गया है। राज्य को अब एक वर्ष में कैरोसीन मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है, जिन घरों में कैरोसीन का प्रयोग होता है उन्हें गैस सिलेंडर दिए जाएंगे। राशन वितरण प्रणाली में फिंगर प्रिट योजना लागू की गई है। 

 

अब केवल पात्र व्यक्तियों के ङ्क्षफगर प्रिंट मैच होने के बाद ही राशन मिलेगा। खट्टर ने कहा कि राज्य के एक लाख लोगों के कच्चे मकानों को प्रत्येक में 1.50 लाख रुपए के अनुदान से पक्का किया जाएगा। यही नहीं 2020 तक राज्य के लगभग 10 लाख ऐसे लोगों को मकान दिए जाएंगे जिनके पास अपने मकान नहीं है। इस मौके पर मुख्य संसदीय सचिव बख्शीश सिंह, ओएसडी अमरेंद्र सिंह, विधायक नीलोखेड़ी भगवान दास कबीरपंथी सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।