हरियाणा पुलिस चल रही परोपकार की राह, खोला गरीबों के लिए रोटी बैंक(VIDEO)

12/29/2017 9:19:18 PM

करनाल(विकास मेहला): हमेेशा से सुर्खियों में रहने वाली हरियाणा पुलिस अब परोपकार के राह पर चल पड़ी है। हरियाणा ने पुलिस बेसहारा-भूखों की भूख मिटाने के लिए रोटी बैंक खोला है। इस मुहिम की शुरूआत करने वाली करनाल जिले की पुलिस ने बकायदा एक बैंक खाता भी खोला है, जिसमें सभी पुलिसकर्मी अपने वेतन का कुछ अंश जमा करते हैं। हरियाणा पुलिस इस फंड से रोजाना 300 लोगों को खाना खिला रही है।

वैसे तो आपने हरियाणा पुलिस के कई चेहरे देखे होंगे, लेकिन हरियाणा पुलिस का एक चेहरा ऐसा भी है जो अपने आप में किसी काबलिए तारीफ से कम नहीं। हमेशा से अपनी सख्ती और रौब के कारण हमेशा से चर्चाओं में रही है, लेकिन हरियाणा पुलिस को उन लोगों की भूख के बारे में चिंता है, जिन्हें खुद भी मालुम नही होता खाने के लिए रोटी मिलेगी भी या नहीं।

करनाल मधुबन पुलिस एकेडमी के राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो के पुलिस कर्मचारी अपने हाथों से रोटी-सब्जी बनाकर भूखे-गरीब, बेसहारा लोगों को रोटी सब्जी बांटते हैं। पुलिस की इस रसोई में रोजाना 300 के करीब गरीबों के लिए खाना तैयार कर बांटा जा रहा है। जब पुलिस के मुलाजिम रोटी बांटने जाते हंै तब मासूम से चेहरे वाले पेट से भूखे लोग यह देख के खुश हो जाते हैं उनकी भूख के बारे में भी कोई सोचता है।

राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो, करनाल के आइजी श्रीकांत जाधव द्वारा इस योजना को शुरू किया गया है जिसका नाम रखा गया है रोटी बैंक। महीने का 25 से 30 हजार के करीब इस रोटी बैंक का खर्चा है। मधुबन पुलिस अकादमी की राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो के पुलिस कर्मचारी अपने वेतन में से कुछ पैसे देकर इस योजना को चला रहे हैं। मधुबन से शुरू हुई यह मुहीम करनाल जिले से प्रदेश के सभी जिलों में ले जाने की कोशिश की जा रही है, जिसके तहत आइजी जाधव ने राज्य के सभी आइएएस, आइपीएस, डीएसपी और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को पत्र लिखकर गुजारिश की है कि वे हर माह अपने वेतन से कुछ राशि रोटी बैंक खाते में जमा कराएं ताकि एक भूखे को पेट भर खाना खिलाया जा सके।

अब तक रोटी बैंक की मुहिम से 500 के करीब लोग जुड़ चुके हैं, जिसमें पुलिस के मुलाजिम उनके परिवार तथा अन्य लोग भी शामिल हैं। इस मुहिम में जुड़े सदस्यों का एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है। रोटी बैंक के लिए एक बैंक खाता भी खोला गया है, जिसमें हर कोई अपनी श्रद्धा से पैसे भी दे रहा है।