पार्षदों ने दी सामूहिक इस्तीफे की धमकी: बैठक में 2 घंटे तक रहा गर्म माहौल (Watch Pics)

6/28/2016 12:23:29 PM

करनाल: भाजपा जिलाध्यक्ष के पार्षदों को बेईमान और कमीशनखोर कहने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। एक के बाद एक भाजपा नेताओं के बयान ने मामले को और उलझा दिया है। करनाल के सांसद के बयान ने भी इस आग में घी डालने का काम किया है। पार्षद भाजपा नेताओं के खिलाफ लामबंद हो गए हैं और विधायक समेत अन्य नेताओं से माफी मांगने की बात पर अड़े हुए हैं। इन पार्षदों ने सोमवार को सांसद के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास कर मामले को सी.एम. के दरबार में ले जाने की बात कही है।

 

2 दिन पहले हुई भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में जिला प्रधान व विधायक भगवान दास कबीरपंथी ने पार्षदों को बेईमान, कमीशनखोर कहा था। इस मामले में सभी पार्षदों ने एक सुर में कहा कि या तो जिलाध्यक्ष भगवानदास कबीरपंथी, प्रवीन लाठर, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक सुखीजा सार्वजनिक रूप से माफी मांगें नहीं तो वे इस मामले को सी.एम. के पास लेकर जाएंगे। 
 

उन्होंने कहा कि अगर एक भी पार्षद दोषी पाया जाता है तो सभी पार्षद सामूहिक रूप से त्यागपत्र दे देंगे। पार्षदों ने नगर निगम में हुई मीटिंग में कहा कि विधायक कबीरपंथी ने जो आरोप पार्षदों पर लगाए हैं, उन आरोपों को साबित करें, जिलाध्यक्ष को सभी आरोप सबूतों के साथ पेश करने चाहिए। 

 

उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें प्रधान पद से हटाया जाए। सभी पार्षदों ने जिलाध्यक्ष व सांसद के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया। बैठक में मेयर रेणु बाला गुप्ता, डिप्टी मेयर कृष्ण गर्ग, डिप्टी मेयर मनोज वधवा, विनोद तितोरिया, बाघ सिंह, सुदेश गुलाटी, नरेंद्र पंडित, रामचंद्र काला, मोहित कांबोज, सतीश कुमार, यशपाल मित्तल, बलबीर सिंह, जोङ्क्षगद्र चौहान, रोहताश लाठर पति पार्षद कमलेश लाठर, मुकेश अरोड़ा सहित अन्य मौजूद रहे। पार्षद मनोज वधवा ने कहा कि जिलाध्यक्ष ने पार्षदों को बदनाम किया हैं। इसे सहन नहीं किया जाएगा। जिलाध्यक्ष को पार्षदों को बेईमान, कमीशनखोरीका अधिकार नहीं है। इन आरोपों को सहन नहीं किया जाएगा। विधायक भगवानदास कबीरपंथी प्रधान बनने के लायक नहीं हैं।

 

उन्होंने कहा कि सांसद ने भी जिलाध्यक्ष के बयानों का समर्थन किया था। जो गलत था। सीनियर डिप्टी मेयर कृष्ण गर्ग ने बताया विधायक भगवानदास कबीरपंथी व मंडलाध्यक्ष समय समय पर पार्षदों पर आरोप लगाते है, और कमीशन खाने के बारे में बयानबाजी करते हैं। इस बात की ङ्क्षनदा करते हैं। कोई भी पार्षदा ऐसा काम नहीं करता। अगर ऐसा कोई मामला है तो विधायक भगवानदास कबीरपंथी व मंडलाध्यक्ष सबूतों के साथ सामने लेकर आएं।

 

पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक सुखीजा ने कहा कि यह विवाद हुआ है। ऐसी कोई बात नहीं है। विधायक ने ऐसी कोई बात नहीं कहीं है, जिससे कोई आहत हो। मुझे यह लगता है कि पार्षद गलतफहमी का शिकार हैं और किसी राजनीति षड्यंत्र का शिकार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि संगठन के कार्यकत्र्ता अपनी बात संगठन में ही रहकर करते हैं।