ईरान ने बासमती चावल के आयात से प्रतिबन्ध हटाया, भारतीय निर्यातक खुश और चिंतित भी

11/5/2015 3:25:11 PM

करनाल (कमल मिड्ढा) : ईरान ने बासमती चावल के आयात से प्रतिबन्ध हटा लिया है। दुनिया के बासमती निर्यातक देशों के लिए यह खुशखबरी है, लेकिन भारत के लिए यह एक बड़ी चुनौती। अभी तक ईरान भारत से प्राथमिकता के आधार पर बासमती चावल खरीदता रहा है, लेकिन अब उसने दुनिया भर के चावल निर्यातकों के बीच टेँडर जारी करने का फैसला किया है। जैसे ही यह खबर हरियाना के करनाल शहर में स्तिथ चावल निर्यातकों पर पहुंची तो उनकी परेशानी भी थोड़ी बड़ गई।      

 गौरतलब है कि करनाल से भी हजारों टन  चावल ईरान और दूसरे आस पास के देशों में जाता है, लेकिन अब ईरान ने जो प्रतिबन्ध हटाया है उससे दूसरी जगहों से भी चावल पहुंचना शुरू हो जायेगा। इस बारे में करनाल में ल इण्डिया राईस एक्सपोर्टर्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया ने बताया कि इससे कुछ परेशानी जरूर होंगी, लेकिन ईरान सहित पूरे मिडल ईस्ट में भारत के चावल की बहुत डिमांड है।
 
ईरान ने भारतीय बासमती चावल के आयात को पूरी तरह से खोल दिया है। जाहिर है कि ईरान ने अक्तूबर 2014 से भारतीय बासमती चावल के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह भारतीय चावल निर्यातकों के लिये वास्तव में दिवाली से पूर्व एक अच्छी खबर है, क्योंकि देश के चावल निर्यातक इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।  जानकारों के मुताबिक इससे चावल निर्यात में तेजी आयेगी, क्योंकि ईरान भारत के चावल का एक बडा आयातक देश है। इससे पहले सिर्फ भारत का चावल वहां जाता था,लेकिन अन्य देशों से चावल निर्यात होंगा। भारत के कई बड़े चावल कारोबारी आयात खुलने से खुश हैं वहीं चिंतित भी।
भाव और निर्यात में आयेगी तेजी
चूंकि ईरान भारतीय चावल का सबसे बडा उपभोक्ता है, इसलिये भारत से वहां भारी मात्रा में चावल का निर्यात होता था, लेकिन अक्तूबर2014 में ईरान ने भारतीय चावल के आयात करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। उसके बाद से घरेलू बाजारों में चावल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। जानकारों का कहना है ईरान के इस निर्णय के बाद से भारतीय चावल उद्योग में नई उर्जा का संचार हो सकता है।  यानि चावल की कीमतों में तेजी आने की पूरी संभावना है। इसके साथ देश से चावल के निर्यात में भी बढोत्तरी होने की पूरी उम्मीद की जाने लगी है। चावल के बडे आयातकों का कहना है कि ईरान सरकार द्वारा भारतीय चावल के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटाने से देश से इसका निर्यात में निश्चित तौर पर बढोत्तरी होगी। 
मिली जानकारी अनुसार इस खबर से चावल कंपनियों के शेयरों में जोरदार उछाल देखा गया है। जानकारों का कहना है कि इन शेयरों में कुछ और तेजी आ सकती है।