अधिकारी पता नहीं किसने निकाली रेत, डी.सी. को सौंपी रिपोर्ट

2/12/2019 1:03:20 PM

करनाल (सरोए): गांव गगसीना के नजदीक पश्चिमी यमुना नहर से अवैध तरीके से माइङ्क्षनग करके लाखों फुट रेत निकालकर पास की जमीन में बेचने के लिए एकत्रित कर लेने का मामला उलझता ही जा रहा है। क्योंकि अब तक पता नहीं चला है कि रेत किसने निकाली, किसकी रेत है। इस मामले में क्या कोई सिंचाई विभाग का अधिकारी या कोई राजनेता तो शामिल नहीं। जांच रिपोर्ट जो डी.सी. को सौंपी गई है, उसमें अवैध रेत की कीमत करीब 10 लाख रुपए आंकी गई है। इसके अलावा ज्यादा कुछ नहीं। जिससे पता चल रहा है कि जांच रिपोर्ट सिर्फ मौका मुआयना भर ही है।

सिचाई विभाग के अधिकारियों की नाक के नीचे नहर की बैड तक खोद दी गई, फिर भी अपने आपको पाक साफ बताया जा रहा है। सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में सिंचाई विभाग के किसी भी अधिकारी की कोई भूमिका नहीं है। नहर बंद करने के बाद पुलिस चौकी इंचार्ज व एस.पी. को भी पत्र लिखा था। अवैध खनन रोकने की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की थी, वहीं एक ओर हैरानी वाली बात सामने आई है कि काफी लोग सैंकड़ों की संख्या में बाइक पर सवार होकर डराने के तरीके अपनाकर अवैध खनन में लगे हुए हैं। अधिकारी ने बताया कि सोमवार को माइङ्क्षनग अधिकारी व पुलिस के जवानों की मौजूदगी में करीब 150 से अधिक बाइकों पर सवार लड़कों ने काम में बाधा डाली। काबिलेगौर है कि पश्चिमी यमुना नहर से अवैध रूप से रेत निकालने के मामले ने जब तूल पकड़ा तो सिंचाई विभाग-माइङ्क्षनग विभाग के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए और एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोंपने लगे। मामले को लेकर डी.सी. डा. आदित्य दहिया ने जांच कमेटी बना दी लेकिन जांच रिपोर्ट हैरानी वाली रही।

मामले की उच्चाधिकारी से जांच करवाए सरकार

कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव व प्रवक्ता पंकज पूनिया ने आरोप लगाते हुए बताया कि नहर से अवैध खनन मामला सिंचाई विभाग व माइङ्क्षनग विभाग के अधिकारियों सहित पुलिस के भी संज्ञान में है। क्योंकि अधिकारियों की मिलीभगत से इतना बड़ा रेत का खेल नहीं हो सकता। उन्होंने सरकार से मांग की है कि मामले की उच्चाधिकारी से जांच करवाए और मामले में जो भी लिप्त हों, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

संबंधित अधिकारियों पर की जाए कानूनी कार्रवाई

लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के उपाध्यक्ष व रिटायर्ड डी.एस.पी. करता राम कश्यप ने बताया कि बिना अधिकारियों की मिलीभगत से नहर से अवैध माइङ्क्षनग नहीं हो सकती। इस मामले में संबंधित अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए, उसके बाद स्वयं ही पता चला जाएगा कि अवैध रेत निकालने में कौन-कौन शामिल हैं।

दोषियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई 

भाजपा जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद ने बताया कि नहर से अवैध रूप से रेत निकालने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी साथ ही संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री से बातचीत की जाएगी। मामले में जो भी जिम्मेदार हैं, उस पर कार्रवाई होना तय है।

Deepak Paul