महिलाओं की सुरक्षा में महिला थाना हो रहा कारगर साबित

3/11/2019 2:14:07 PM

करनाल (काम्बोज): महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाया गया महिला थाना काफी हद तक महिलाओं के लिए कारगर साबित हो रहा है। महिला थाने में सबसे ज्यादा मामले घरेलू ङ्क्षहसा के आते हैं, जो प्रतिदिन औसतन 7 से 8 मामले हैं। पिछले एक वर्ष की अगर बात करे, तो घरेलू ङ्क्षहसा के 2766 मामले महिला थाना में पहुंचे, मगर महिला पुलिस कर्मी घरेलू ङ्क्षहसा के मामलों में केस दर्ज करने की बजाय, पंचायती तौर पर ही ज्यादातर झगड़े निपटाए जाते हैं। ताकि घर टूटने से बचाया जा सके, वहीं जो मामले पंचायती तौर पर नहीं निपट पाते, उन मामलों में केस दर्ज कर कार्रवाई की जाती है।

पिछले एक वर्ष में महिला थाना में धारा 376 के करीब 50 मामले दर्ज हुए, जबकि महिलाओं से छेड़छाड़ के करीब 20 मामले दर्ज हुए। पिछले एक वर्ष में महिला थाना में कुल 160 मामले दर्ज हुए। महिलाओं की सुरक्षा के लिए बना महिला थाना काफी हद तक कारगर साबित हो रहा है। घरेलू ङ्क्षहसा के मामले में जहां पंचायती तौर पर निपटाए जाने का प्रयास होता है, वहीं महिलाओं से यौन शोषण के मामले या छेड़छाड़ के मामलों में तुरंत केस दर्ज किया जाता है और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।

अब तक घरेलू ङ्क्षहसा का सबसे बड़ा कारण शराब को माना जाता था, मगर अब शराब के साथ-साथ सोशल मीडिया भी घरेलू ङ्क्षहसा का कारण बन रहा है। शादी के बाद बहुत सी महिलाएं सोशल मीडिया से जुड़ी रहती हैं, जिस कारण पति-पत्नी के बीच शक पैदा होता है और वह शक झगड़े में बदल जाता है। घरेलू ङ्क्षहसा का एक बड़ा कारण पति-पत्नी के विचारों में तालमेल की कमी होना भी माना जाता है।

 दुर्गा शक्ति एप बना सुरक्षा कवच
महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर बनाई गई दुर्गा शक्ति एप महिलाओं के लिए सुरक्षा कवच की तरह कार्य कर रहा है। दुर्गा शक्ति एप को मोबाइल में डाऊनलोड करके इंस्टाल करने के बाद, यदि कोई भी महिला असुरक्षित है, तो वह एप के माध्यम से पुलिस को उसकी सूचना दे सकती है, जिसके बाद पुलिस शिकायतकत्र्ता महिला का एरिया ट्रैक कर कुछ ही मिनटों में उनके पास पहुंच जाती है और आरोपी युवकों के खिलाफ कार्रवाई करती है।
 

यह कहती हैं थाना प्रभारी
महिला थाना प्रभारी कविता का कहना है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए वह हर समय तैयार रहती है। उन्होंने महिलाओं व छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि सभी महिलाएं अपने मोबाइल में दुर्गा शक्ति एप डाऊ नलोड करें और किसी भी सूरत में यदि वह अपने आपको असुरक्षित महसूस करे, तो उसकी शिकायत तुरंत एप के माध्यम से पुलिस को दें।

Shivam