शहर में स्मार्ट बिजली व्यवस्था के लिए बनेगा स्काडा प्रोजैक्ट

1/3/2019 1:40:20 PM

करनालसरोए): आने वाले वर्षों में शहर की बिजली व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन दिखाई दे तो हैरान मत होना। क्योंकि सरकार करनाल शहर की बिजली व्यवस्था को स्मार्ट इलैक्ट्रीसिटी बनाने में जुटी है। स्मार्ट इलैक्ट्रीसिटी बनाने के लिए स्काडा प्रोजैक्ट बनाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने कंसलटैंट नियुक्त किया है। कंसलटैंट को स्काडा प्रोजैक्ट बनाने के लिए 44.33 लाख रुपए की राशि दी है। एन-आर्क कस्ट्रङ्क्षलग इंडिया कम्पनी दिल्ली को सुपर वाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्युजिशन (स्काडा) प्रोजैक्ट बनाने का काम दिया है। शहर की बिजली व्यवस्था को स्मार्ट इलैक्ट्रीसिटी बनने तक कम्पनी की निगरानी में कार्य चलेगा और पूरा होगा। कंसलटैंट पूरे शहर का सर्वे करेगा, प्रोजैक्ट रिपोर्ट बताएगा कि कहां पर बिजली की तारें बदलने की आवश्यकता है, कहां पर तारें अंडरग्राऊंड करनी हैं। 

फीडर को एक-दूसरे फीडर के साथ जोडऩा है, अर्थात अगर फीडर के अंतर्गत आने वाले किसी एरिया में फाल्ट हो जाए तो उस दौरान पूरे फीडर को बंद करने की जरूरत न हो। बस जिस क्षेत्र में उस क्षेत्र के छोटे से एरिया की बिजली बंद रहे। दूसरे उपभोक्ताओं को बिना बात के बिजली सम्बंधित परेशानियां न झेलनी पड़ें। 

शहर में लटकती तारंे दे रही हादसों का निमंत्रण
हालांकि बिजली निगम द्वारा शहर की बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए अब तक करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हंै, बावजूद इसके बिजली व्यवस्था में ज्यादा सुधार नहीं आया है। लाइन पार एरिया में तारें लटक  रही हंै, ट्रांसफर धरती पर रखे हुए हंै। तारों के जाल बिछे हुए हैं, जिसके चलते कई जानलेवा हादसे भी हो चुके हैं। 

प्रोजैक्ट पर करोड़ों रुपए होंगे खर्च
सरकार द्वारा शहर में प्रोजैक्ट को पूरा करने में करोड़ों रुपए की भारी-भरकम राशि खर्च की जाएगी। फिलहाल कंसलटैंट बताएगा कि प्रोजैक्ट पर कितना खर्च आएगा, लेकिन प्रोजैक्ट को पूरा करने में सरकार की गंभीरता का पता इसी से लगा सकते हैं कि प्रोजैक्ट कब पूरा होगा। इसका समय निर्धारित कर दिया है। इसके अलावा यह प्राजैक्ट पानीपत-पंचकूला में भी एक साथ चलेगा, जबकि  गुडग़ांव, मानेसर व कुंडली में काम चल रहा है

 लोकल स्तर पर बनेगा कंट्रोल रूम
प्रोजैक्ट को पूरा करने के लिए लोकल स्तर व राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। फिलहाल कहां पर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इसका फाइनल नहीं हुआ है। सरकार ने इस स्काडा प्रोजैक्ट के लिए काम भी शुरू करवा दिया है। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के लिए स्मार्ट बिजली बनाने वास्ते अन्य कामों पर भी तेजी से काम चल रहा है।

1.25 लाख उपभोक्ताओं को होगा फायदा
स्मार्ट इलैक्ट्रीसिटी बनने से सिटी के करीब सवा लाख बिजली उपभोक्ताओं को फायदा होगा। जहां उन्हें निर्बाध बिजली मिलेगी, साथ ही बिजली क्वालिटी युक्त होगी। इसका सबसे ज्यादा फायदा आंधी-तूफान व भारी बारिश के समय होगा। क्योंकि उस दौरान फाल्ट कम क्षेत्र में होता है, लेकिन पूरे ही एरिया में बिजली व्यवस्था ठप्प हो जाती है, लेकिन बिजली व्यवस्था इलैक्ट्रीसिटी बन जाने के बाद ऐसा नहीं होगा। 
 

Deepak Paul