आर.टी.ए. की लोकेशन बताकर ओवरलोड वाहन निकलवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश

7/16/2018 3:10:42 PM

करनाल(काम्बोज): सी.आई.ए. टीम ने आर.टी.ए. की रैकी कर लोकेशन बताकर ओवरलोड वाहन चालकों से रुपए वसूलने वाले माफिया गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के 5 सदस्यों को काबू किया है, जिनसे पूछताछ चल रही है। आरोपी व्हाट्सएप व एस.एम.एस. के जरिए ओवरलोड वाहन चालकों को आर.टी.ए. विभाग की टीम के बारे में जानकारी देते थे और प्रति वाहन चालक से 1500 से 2000 रुपए की वसूली करते थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मोबाइल फोन, 3 गाडिय़ां और एक लाख 11 हजार रुपए की नकदी बरामद की है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। 

सी.आई.ए. वन इंचार्ज वीरेंद्र सिंह राणा ने बताया कि शनिवार को ए.एस.आई. शमशेर सिंह के नेतृत्व में टीम को मेरठ रोड पर गस्त के लिए भेजा। जहां शमशेर सिंह की मुलाकात आर.टी.ए. स्टाफ के निरीक्षक मुनीष कुमार से हुई। मुनीष कुमार ने ए.एस.आई. को शिकायत दी कि आर.टी.ए. कार्यालय की गाडिय़ां जब ओवरलोड वाहनों की जांच के लिए दिन व रात में जिले के अलग-अलग हिस्सों में जाती हैं, तो कुछ व्यक्ति उनकी गाडिय़ों का पीछा करके उनकी लोकेशन मोबाइल फोन पर बने व्हाट्सएप के माध्यम से ट्रांसपोर्टरों को देते हैं। 

आर.टी.ए. स्टाफ कहां खड़ा है, इसका पता चलते ही ट्रांसपोर्टर अपने ओवरलोडिड ट्रकों को उत्तर प्रदेश की ओर ले जाते हैं। ए.एस.आई. शमशेर सिंह ने योजनाबद्ध तरीके से टीम के साथ शूगर मिल के समीप मेरठ रोड पर दबिश दी और उत्तर प्रदेश के शामली जिले मालेपुर निवासी इरफान, आजम उर्फ आलम, मुबारिक, सुफियान व करनाल जिले के बलहेड़ा गांव निवासी रिहान उर्फ सहताब को काबू किया है। आरोपी सुफियान हाल में शेखपुरा सुहाना जागीर गांव में रहता है। 

 
 

 

Rakhi Yadav