लेबर रूम में ही होगा गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन, नि:शुल्क होंगे टैस्ट

12/15/2018 2:29:40 PM

करनाल(सरोए): सिविल अस्पताल के ट्रामा सैंटर में आने वाले मरीजों को अब 24 घंटे लैब की सुविधा उपलब्ध होगी। अस्पताल प्रशासन ने लैबोरेट्री रात के समय भी चालू कर दी है।लैबोरेट्री में बतौर स्टाफ की ड्यूटी लगा दी। ट्रामा सैंटर में लैबोरेट्री शुरू होने से एस.एन.सी.यू. में एडमिट बच्चों को 24 घंटे खून टैस्ट की सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं दूसरी ओर लेबर रूम में आने वाली गर्भवती महिलाओं को रजिस्ट्रेशन के लिए ट्रामा सैंटर में नहीं जाना होगा। इसके लिए गर्भवती महिलाओं के लिए रजिस्ट्रेशन सुविधा लेबर रूम में ही मिलेगी। इसके लिए लेबर रूम में स्पैशल स्टाफ की ड्यूटी लगा दी है ताकि गर्भवती महिलाओं को सरिद्दयों में रजिस्ट्रेशन के लिए परेशानी न झेलनी पड़ेगी। 

काबिलेगौर है कि सिविल अस्पताल के ट्रामा सैंटर में लैबोरेट्री सुबह 9 से 3 बजे तक ही चलती थी। कारण सिर्फ स्टाफ की कमी बताई जा रही थी। लैब रात के समय बंद रहने के चलते मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। स्थिति उस समय काफी परेशानी वाली हो गई थी, जब डेंगू के संदिग्ध मरीजों की भरमार सिविल अस्पताल के ट्रामा सैंटर में भर्ती हो रहे थे। उन्हें प्लेटलेट्स चैक करवाने के लिए बाहरी लैबों में जाकर महंगी फीस देने के लिए बाध्य होना पड़ता था। इसके अलावा लेबर रूम व एस.एन.सी.यू. में एडमिट बच्चों को भी रात के समय खून टैस्ट की सुविधा नसीब नहीं थी जिससे मरीजों व मरीजों के परिजनों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

सर्दियों में कम होने लगी ओ.पी.डी.
गर्मियों की अपेक्षा सर्दियों में ओ.पी.डी. कम होने लगती है लेकिन अब भी ओ.पी.डी. 1200 से अधिक बनी हुई है जिससे पता चलता है कि अस्पताल में मरीजों की संख्या काफी बनी हुई है। मरीजों की संख्या के अनुपात में डाक्टर उपलब्ध नहीं हैं। इससे डाक्टरों पर मरीजों का बोझ बढ़ता जा रहा है। अगर अस्पताल में डाक्टरों का नॉर्म पूरा कर दिया जाए तो मरीजों को पहले से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नसीब होने लगेगी। 

रेडियोग्राफर की हुई ट्रांसफर, एक्स-रे मशीन बंद
जहां सरकार अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दम भरती है लेकिन स्थिति इसके वितरीत बन जाती
है। जरूरत होने पर भी कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया जाता है। ट्रांसफर करने से पहले ये भी नहीं सोचा जाता कि उनके जाने से यहां पर आने वाले मरीजों को कैसे स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। सिविल अस्पताल में कार्यरत एक रेडियोग्राफर का तबादला कर दिया, जिसके चलते एक्स-रे मशीन बंद हो गई जिससे मरीजों को काफी परेशानी होगी, उन्हें बाहर पैसे देकर एक्स-रे करवाने होंगे। इसके अलावा कई स्टाफ नर्स का भी तबादला कर सरकार ने मरीजों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर मजाक किया। 

ब्लड बैंक बंद
सिविल अस्पताल से ब्लड बैंक शिफ्ट होकर मैडीकल कालेज चला गया है जिसके चलते सिविल अस्पताल में ब्लड बैंक बंद हो गया। अस्पताल के पास ब्लड बैंक चलाने के लिए स्टाफ व मशीनरी तो उपलब्ध है लेकिन लाइसैंस नहीं है। इसके कारण ब्लड की जरूरत वाले मरीजों के परिजनों को ब्लड वास्ते मैडीकल कालेज जाना पड़ रहा है। जिसमें काफी टाइम लग जाता है। इसके लिए सिविल अस्पताल प्रशासन ब्लड बैंक के लाइसैंस के लिए आवेदन करेगा।

क्या कहते हैं पी.एम.ओ.
पी.एम.ओ. पियूष शर्मा ने बताया कि सिविल अस्पताल के ट्रामा सैंटर में 24 घंटे लैबोरेट्री चालू कर दी है। पहले लैब सुबह 9 से 3 बजे तक ही चलाई जाती थी। इसके अलावा लेबर रूम में आने वाली गर्भवती महिलाओं को रजिस्ट्रेशन करवाने वास्ते ट्रामा सैंटर नहीं जाना पड़ेगा। उनके रजिस्ट्रेशन लेबर रूम में होंगे। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अस्पताल में कई नई सुविधाओं को शुरू किया जाएगा। 

Deepak Paul