जीरी खरीद के नाम पर धांधली, सरकार को लाखों का चपत

11/6/2017 2:07:40 PM

करनाल(विनीत पांडेय):सी.एम. सिटी करनाल की नई अनाज मंडी में जीरी खरीद के नाम पर धांधली रुकने का नाम नहीं ले रही। यहां पर गेट पास की जगह कच्ची पर्ची काट कर प्रतिदिन सरकारी खजाने को लाखों रुपए का चपत लगाया जा रहा है। यह सब तब हो रहा जब सरकार ने इन्हीं आरोपों के चलते मंडी सैक्रेटरी और डी.एफ.एस.सी. विभाग के इंस्पैक्टर को सस्पैंड किया था। इस कार्रवाई को खुद सी.एम. मनोहर लाल खट्टर ने भ्रष्टाचार पर नकेल कसने का सबसे बड़ा उदाहरण दिया था लेकिन अनाज मंडी की सच्चाई जानने के लिए शनिवार देर रात जब पंजाब केसरी की टीम मंडी पहुंची तो वहां पर खुलेआम भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा था।

जब गेट पर तैनात कर्मचारी से बातचीत की जा रही थी, तभी वहां पर मंडी सुपरवाइजर अरविंद और ऑक्शन रिकार्डर जितेंद्र पहुंच गए और मीडिया के सामने ही कर्मचारी के जेब में पड़ी सभी कच्ची पर्ची को लेकर फरार हो गए। हालांकि उनमें से एक पर्ची पंजाब केसरी के हाथ लग गई। जिसमें कमला राइस मिल के नाम पर 300 बोरी यानी 150 किंव्टल बारीक जीरी भेजने का रिकार्ड दर्ज किया गया था। इस जीरी का मूल्य करीब 5.25 लाख रुपए बैठता है। अगर हमें इसका 4 फीसदी मार्कीट फीस निकाले तो वह 21 हजार रुपए होता है। यानी प्रतिदिन कच्ची पर्ची पर ट्रकों को गेट पास देकर कई लाख रुपए डकारे जा रहे हैं। यहां से निकलने के बाद पंजाब केसरी की टीम अन्य 3 गेटों पर भी गई, सभी जगह इसी तरह कार्य चल रहा था और सभी सी.सी.टी.वी. बंद मिले। 

आगे की डेट में काटे जा रहे थे पास
गेट-2 पर फोर्थक्लास कर्मचारी 5 नवंबर की डेट में आऊटगोइंग गेट पास काट रहा था, जबकि उस समय 4 नवम्बर के रात के 11 बज रहे थे। कर्मचारी से पूछा तो कहने लगा कि ऐसा गलती से हो गया। बुक की जांच की तो उसमें कई पर्चियां पहले की डेट में कटी मिली।

‘सख्त कार्रवाई की जाएगी’
एच.एस.ए.एम.बी. की सचिव वर्षा खंगवाल ने कहा कि अगर मंडी में अब भी ऐसा हो रहा है तो सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आप मेरे पास सभी तथ्य भेज दें, तुरंत जांच शुरू करूंगी।