गायों की सुरक्षा एवं संरक्षण में आम जनता को भी करना होगा सहयोग

6/20/2019 12:36:35 PM

तरावड़ी(चावला): शहर की शांतिवन गोपाल गऊशाला की बात करें तो इस गऊशाला में छोटी-बड़ी 800 के करीब गाय एवं बछड़े हैं। जो गऊशाला की क्षमता के हिसाब से अधिक हैं। फिर भी गऊशाला का प्रबंधन का काम देखने वाले उनकी सेवा में भले ही लगे हों पर जब तक हम सभी लोग मिलकर गऊशाला के प्रति समर्पित नहीं होते, तब तक सड़कों पर आवारा घूमकर गंदगी एवं प्लास्टिक खाकर पेट भरने वाली गायों की रखवाली नहीं की जा सकती। 

केवल एक शहर में एक गऊशाला बना लेने से काम चलने वाला नहीं है। शहर में सड़कों पर घूमने वाली गायों की संख्या 200 से 300 के आसपास है।  जब तक हम सब मिलकर इनकी रक्षा के लिए आगे नहीं आते, तब तक गाय इसी तरह से सड़कों पर घूमती रहेंगी। इसलिए हम सभी लोगों का कत्र्तव्य बन जाता है कि हम इनके संरक्षण एवं रक्षा के लिए आगे आएं। गऊशाला के अध्यक्ष नाथीराम गुप्ता ने कहा कि  हमारी गऊशाला के बाहर कई लोग गायों एवं बछड़ों को छोड़कर चले जाते हैं।

हमने कई बार अनुरोध भी किया है कि हमारे पास पहले ही क्षमता से अधिक गाय व बछड़े हैं तथा इस समय गऊशाला में इससे अधिक गाय बांधने की जगह भी नहीं है। गऊशाला इस शहर के मिल मालिकों एवं मंडी आढ़तियों व किसानों का आभार प्रकट करती है जो हर वर्ष लाखों रुपए हमें दान के रूप में देते हैं। हर माह 3 लाख से भी अधिक खर्चा गायों के पालन-पोषण पर संस्था का खर्च होता है।

गऊ भक्त रमेश नारंग ने कहा कि मैं आए दिन गऊशाला में जाकर जितना बन पाता है मैं उतनी सेवा जरूर करता हूं। अगर हम सभी हिन्दू परिवार एक गाय अपने घर में बांध लें तो इस समस्या का समाधान अपने आप ही हो जाएगा। इसलिए केवल गऊशाला अकेले कुछ नहीं कर सकती।

Pooja Saini