नम आंखों से दी शहर वासियों ने 82 वर्षीय अमरीक देव जी को अंतिम विदाई

4/23/2016 1:50:13 PM

करनाल (कमल मिड्ढा): करनाल में अमरीक देव जी निर्मल धाम वाले का आक्समिक निधन हो गया था। गौरतलब है की संत अमरीक देव ने अपना सारा जीवन दीन-दुखियों की सहायता के लिए समर्पित कर दिया। संत जी एक सामाजिक व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने जरूरतमंद व्यक्तियों और बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा, उनके रहने का प्रबन्ध तथा रोजमर्रा की जरूरतमंद सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए हमेशा सार्थक प्रयास किए। अमरीक देव जी का अंतिम संस्कार मॉडल टाउन स्तिथ निर्मल धाम में ही किया गया जिसमें संत समाज व शहर की सभी हस्तियां लगभग मौजूद रही। संत अमरीक देव जी करनाल की बेटी अंतरिक्ष परी कल्पना चावला के चाचा थे।

 

उल्लेखनीय है कि संत अमरीक देव जी सन्त निक्का सिंह जी महाराज के परम भक्त थे। इनकी माता मति करतार कौर जी और पिता भगत लभ्भामल जी भी सन्त निक्का सिंह जी महाराज के परम भक्त थे, जो निरन्तर निर्मल कुटिया में आने-जाने वाले लोगों की निशुल्क सेवा करते थे। 

 

इसके अलावा संत अमरीक देव जी कुछ बुजुर्गों को पेंशन भी देते थे। इन्होंने अपना सारा जीवन निष्काम सेवा के लिए समर्पित किया। उनके सानिध्य में निर्मल धाम ट्रस्ट के तीन स्कूल सन्त निक्का सिंह जी के नाम से चल रहे हैं जिसमें करीब 5000 बच्चे निशुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसके अलावा निर्मल धाम माडल टाउन में वृद्धाश्रम भी है जिसमें करीब 200 बुजुर्ग निशुल्क रहते हैं, यहां पर उनके लिए खाने पीने की भी निशुल्क व्यवस्था है। निर्मल धाम में बाल आश्रम भी है जिसमें करीब 50 बेसहारा बच्चे रहते हैं इन बच्चों का खाना-पीना, शिक्षा तथा सभी दी जाने वाली मूलभूत सुविधाएं निशुल्क हैं। 

 

इसके अलावा माडल टाउन में व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्र चल रहा है जिसमे करीब 160 जरूरतमंद छात्राएं निशुल्क प्रशिक्षण ले रही हैं। संत अमरीक देव जी के निधन पर मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय के ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, उपायुक्त डा.जे.गणेशन, नगर-निगम की महापौर रेणू बाला गुप्ता ने भी गहरा दु:ख व्यक्त किया है।