मर कर भी दुनिया देखेगी नेहा

4/27/2016 11:11:19 PM

करनाल : मियादी बुखार के कारण जुंडला गेट निवासी छह साल की बच्ची नेहा की मौत हो गई। नेहा के शव को दफनाने की रस्म चल ही रही थी कि दुखी पिता महेश ने अपनी बेटी के नेत्रदान की हामी भरकर दो अंधे लोगों की जिंदगी में रोशनी लाने की ओर कदम बढ़ा दिया। शिवपुरी में जन सेवा दल के सेवादार अंतिम रस्मों को पूरा करवा रहे थे।
 
इसी बीच शिव सेवकों ने महेश से नेहा के नेत्रदान के विनम्र निवेदन किया। बेटी के गम में फूट-फूट कर रो रहे महेश ने नेत्रदान के लिए हां कर दी। महेश का कहना है कि बेशक उनकी बेटी अब दुनिया में नहीं रही लेकिन नेहा की आंखों से अगर किसी की जिंदगी में रोशनी लौट सके तो इससे बड़ा पुण्य क्या होगा। महेश की अनुमति के बाद माधव नेत्र बैंक की टीम ने नेहा के नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की।