न्यू इंडिया बनाने के लिए भारतीय विद्या को अपनाना जरूरी : सोलंकी

11/10/2017 4:17:56 PM

चंडीगढ़(ब्यूरो):न्यू इंडिया बनाने के लिए भारतीय विद्या को अपनाना जरूरी है। इस विद्या से ऐसे नेता व नागरिक पैदा होंगे जो 21वीं सदी के न्यू इंडिया के स्वप्न को साकार करेंगे। यह बात राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने आज स्थानीय भवन विद्यालय में प्राचार्यों के वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए कही। इस 4 दिवसीय सम्मेलन में देशभर से भारतीय विद्या भवन संस्था के विद्यालयों के प्राचार्य भाग ले रहे हैं। राज्यपाल ने आगे कहा कि न्यू इंडिया की कल्पना आजादी के आंदोलन के हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने भी की थी।

उनके बलिदानों से 1947 में देश तो आजाद हुआ लेकिन न्यू इंडिया नहीं बना। यह नया भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने 2022 तक छह लक्ष्य रखे हैं जिनमें स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, शिक्षित भारत, सम्पन्न भारत और सुरक्षित भारत शामिल हैं। इसी प्रकार 6 विकारों को मिटाने का भी लक्ष्य है जिनमें गंदगी, गरीबी, भ्रष्टाचार, हिंसा, जातीयता और साम्प्रदायिकता शामिल हैं। राज्यपाल ने कहा कि इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए देश के सब नागरिकों को एकजुट होकर काम करना होगा। इससे पहले राज्यपाल ने भवन विद्यालय के बैंड और विद्यार्थियों के मार्चपास्ट की सलामी ली। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया।