यमुना में और पानी छोड़े जाने से सहमे ग्रामीण

8/20/2019 2:20:27 PM

करनाल: यमुना नदी में और पानी छोड़े जाने की सूचना से ग्रामीण सहमे हुए हैं, उधर प्रशासन ने दावा किया कि धीरे-धीरे पानी का जलस्तर कम हो रहा है। हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया 8.29 लाख क्यूसिक पानी आगे निकल गया है। जिससे जानमाल के नुक्सान की कोई सूचना नहीं है लेकिन सैय्यद छपरा गांव के घरों में पानी घुसा हुआ है, जिसके चलते करीब 10 परिवारों को सुरक्षित निकालकर सरकारी स्कूल में शिफ्ट किया गया है। प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि हथिनी कुंड बैराज से सूचना मिली है कि वहां से करीब 1.70 लाख क्यूसिक पानी और छोड़ा गया है, जो सामान्य है।

 वहीं, दूसरी ओर ग्रामीणों ने बताया कि 1978 के बाद एक साथ 8 लाख क्यूसिक से ऊपर पानी छोड़ा गया है, इतना पानी आज तक यमुना नदी में नहीं छोड़ा गया। पानी से सड़कें ध्वस्त हो चुकी हैं या फिर पानी जमा हो चुका है। जिसके कारण रास्ते पूर्णतया बंद हो चुके हैं। गनीमत रही कि 1-2 गांवों को छोड़कर अन्य पास लगते गांवों तक पानी नहीं पहुंचा लेकिन यमुना क्षेत्र में लगी धान-गन्ना-सब्जी की फसलें तबाह हो चुकी हैं। किसानों ने कहा कि वे लोग बर्बाद हो चुके हैं, सारी फसल खराब हो चुकी हैं। 

रात को नहीं सो पाए ग्रामीण यमुना नदी में एक साथ रिकार्ड तोड़ पानी छोड़े जाने की सूचना से ग्रामीण काफी सहमे रहे, ग्रामीणों ने पहले से ही पशुओं के चारे की व्यवस्था कर ली थी, सामान को समेटकर रखना शुरू कर दिया था। क्योंकि  काफी ग्रामीण सन 1978 में आई बाढ़ के कहर को देख चुके थे। वे कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाहते थे। रात पर ग्रामीण बैठकों, बस स्टैंड पर बैठे रहे, एक दूसरे से पानी के जल स्तर के बारे में सूचना लेते रहे।

Isha