विदेश भेजने के नाम पर 27 लाख की धोखाधड़ी
3/18/2018 11:45:25 AM
पिहोवा(ब्यूरो): कनाडा भेजने के नाम पर 27 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में पुलिस ने एस.पी. के आदेश पर 3 लोगों के खिलाफ भा.द.स. की धारा 120 बी, 406 व 420 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस में दर्ज शिकायत में गांव बोधनी निवासी परमजीत सिंह ने कहा कि उसका बेटा रुपिंद्र सिंह विदेश जाना चाहता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात पंजाब के दौलतपुर निवासी जसविन्द्र सिंह के साथ हुई। जिसने उसे बताया कि वे विदेश भेजने का काम करते हैं तथा उसे भी वे कुछ समय में ही कनाडा भेज देंगे।
वे लोग उनकी बातों मे आ गए। शिकायतकत्र्ता अनुसार कुछ दिनों बाद जसविन्द्र सिंह ने उन्हें पटियाला बुलाया। जहां पर उन्होंने ने उन्हें कुलविन्द्र सिंह व मनप्रीत कौर के साथ मिलवाया। जिन्होंने उन्हें बताया कि वे उसके लड़के रूपिन्द्र को 25 लाख व 2 लाख रुपए के कैनेडियन डालर लेने के बाद वे लोग उसके बेटे को कनाडा भेज देंगे। तब उन्होंने बताया था कि उसके बेटे की फ्लाइट मुम्बई से करवाएंगे। शिकायतकत्र्ता अनुसार 7 दिसम्बर 2017 को उसका बेटा उनके ऑफिस से मुम्बई की फ्लाइट की टिकट लेकर आ गया था। 8 दिसम्बर 2017 को कुलविन्द्र ने उन्हें फोन पर बताया कि एक अन्य युवक भी आपके बेटे के साथ कनाडा जाएगा।
उसके बाद 12 दिसम्बर को उसके बेटे को उन्होंने चौपाटी बीच पर बुलाया। जहां पर उसके लड़के को 2 लोग मिले। जिन्होंने ने उसे बताया कि आपका कनाडा का वीजा लग गया है। जिसकी 14 दिसम्बर 2017 को फ्लाइट है। जो तुम्हें बंगलौर से लेनी होगी। फिर उसके बाद वे लोग उसके बेटे को अपने साथ बंगलौर ले गए। वहां पहुंचने पर उन्होंने उसके बेटे को बताया कि आज फ्लाइट लेट हो गई है। इस कारण अब उसकी फ्लाइट 15 दिसम्बर को होगी। उसके बाद वे लोग उसे एक अनजान कोठी पर ले गए। जहां पर अन्य 7-8 लोग मौजूद थे। जिन्होंने ने उसे बंदूक की नोक पर बंधक बना लिया
शिकायतकर्ता अनुसार उन्होंने उसके बेटे की कनपटी पर बंदूक रख उसे अपने घर फोन पर यह बात कहने के लिए बोला कि मैं कनाडा पहुंच गया हूं। आप 25 लाख रुपए उन्हें दे दें। उसके बाद जसविंद्र उनसे 27 लाख रुपए यह कह कर ले गया कि 25 लाख रुपए विदेश भेजने के व 2 लाख रुपए के कैनेडियन डालर उसे साथ जाते समय दिए हंै। उसके बाद उक्त लोगों ने उसके लड़के को 21 दिसम्बर तक अपने पास बंधक बना कर रखा। उसके बाद उसे छोड़ दिया। किसी तरह वह अपने घर पहुंचा और आपबीती परिजनों को बताई। इस बारे वे उक्त लोगों से मिले, जिन्होंने ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही वे लोग उनके रुपए वापस कर देंगे। लेकिन उक्त लोगों ने न तो उनके रुपए लौटाए और न ही उसके बेटे को विदेश भेजा।