बारीक धान पर छाए संकट के बादल

punjabkesari.in Friday, Sep 25, 2015 - 02:47 PM (IST)

कुरुक्षेत्र, ( रणदीप रोड )  :  स्वाद और महक के लिए मशहूर धान की बारीक क़िस्मों पर संकट के बादल छा रहे हैं। धान की 1509 वैरा़यटी पिछले साल की तुलना में इस बार आधे से भी कम रेट में बिक रही है। बारीक क़िस्मों की मंदी से बासमती उत्पादक किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंचने लगी हैं।

धान की बारीक क़िस्में गुणवत्ता और स्वाद के लिहाज़ से मोटी क़िस्मों से बेहतर मानी जाती हैं और बारीक धान का रेट भी ज़्यादा रहता है। अलबत्ता इस बार उलट हो रहा है। बारीक क़िस्म 1509 इस बार हरियाणा की मंडियों में मोटे धान यानि परमल राइस से भी कम रेट में बिक रहा है। गत वर्ष 1509 वैरा़यटी का धान 3000₹ क्विंटल के आसपास बिका था, लेकिन इस बार यह धान 1200-1300₹ क्विंटल बिक रही है। किसानों के विरोध के नुक़सान को देखते हुए प्रदेश सरकार ने आज से सरकारी ख़रीद शुरू कर दी है, जो पहली अक्टूबर से शुरू होनी थी, लेकिन सरकारी रेट 1450 क्विंटल भी बारीक धान के लिए नाकाफ़ी माना जा रहा है।
 उत्तर हरियाणा अपनी महकदार बासमती के लिए मशहूर है। इस बार भी किसानों ने बड़े पैमाने पर बासमती की रोपाई कर रखी है, लेकिन बारीक धान की बेकद्री से किसानों की चिंता बढ़ गई है। दो साल पहले बासमती 6000₹ के आँकड़े को छू चुकी है, जबकि पिछली बार 3500₹ क्विंटल तक बासमती का भाव रहा। बारीक किस्म शुरुआती दौर में पिटने से किसान परेशान हैं। बासमती को लेकर भी आशंका बढ़ने लगी हैं।

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