73 दिन बाद मिला जिंदा मोर्टार शैल, खेत से हुआ बरामद

10/3/2015 12:38:44 AM

शाहाबाद मारकंडा (अरुण): गत 22 जुलाई अर्थात 73 दिन बाद गुम हुआ 10वां जिंदा मोर्टार शैल मिलने से पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है।  गुरलाल दास व प्रवीण कुमार निवासी तोता कालोनी शाहाबाद ने इसे देखा और पुलिस को सूचित किया। गत 22 जुलाई को ट्रैक के नजदीक इन मोर्टार शैलों की सूचना रामलखन ने पुलिस को दी थी। तब बम निरोधक दस्ते व पुलिस प्रशासन ने 7 जिंदा मोर्टार शैल मौके से बरामद किए थे। आई.जी. के आदेश पर कि डिब्बे में 10 मोर्टार शैल होते हैं इसलिए 3 अन्य को भी ढूंढा जाए। 
 
सर्च आप्रेशन के दौरान 2 अन्य मोर्टार शैल मिल गए थे लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी 1 मोर्टार शैल नहीं मिला था। गुरलाल व प्रवीण ने बताया कि वह आज प्रात: अपने खेतों में जा रहे थे तो उन्होंने इसे देखा। उन्होंने बताया कि वह मोर्टार शैलों को पहले भी देख चुके थे इसलिए उन्होंने इसे पहचान लिया और तुरंत पुलिस व रेलवे को सूचित किया।
 
10वां मोर्टार शैल रेलवे के 176 कि.मी. व पोल नं. 32 से 15 फुट दूर कुरुक्षेत्र की ओर बरामद हुआ है। जो पहले मोर्टार शैल मिले थे, वह इस स्थान से 200 मीटर दूर अम्बाला साइड की ओर पाए गए थे। ऐसे में यही अनुमान लगता है कि कालोनी के किसी व्यक्ति ने इसे अनजाने में उठाया होगा और भय के मारे किसी को नहीं बताया और अब मामला ठंडा होता देख मौका मिलते ही यहां गिराया होगा।
सम्भावना जताई जा रही है कि हादसे के दिन किसी व्यक्ति या बच्चे ने इसे उठा लिया होगा क्योंकि सेना एवं पुलिस प्रशासन ने सर्च अभियान चलाकर पूरे इलाके की छानबीन की थी और यहां तक की गड्ढïों में से पानी निकालकर भी चैक किया था। मामले की गम्भीरता देखते हुए वह अंजान व्यक्ति इसे अपने पास रखे रहा होगा और अब मामला शांत होने पर मौका देखकर इसे यहां गिराया होगा।
 
10वां मोर्टार शैल मिलने की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन ने एहतियात के तौर पर 12.05 बजे रेल टै्रक रुकवा दिया। जब सारी कार्रवाई पूरी हुई, तब 1.15 बजे रेल ट्रैक शुरू किया गया। इस दौरान शाहाबाद से गुजर रही 5708 आम्रपाली एक्सप्रैस को शाहाबाद रेलवे स्टेशन पर रोक लिया गया। यहां गाड़ी लगभग 1 घंटा रुकी रही जिस कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ज्यादा परेशानी खाने-पीने के सामान को लेकर हुई क्योंकि शाहाबाद रेलवे स्टेशन पर कोई कैंटीन नहीं है और वहीं कोई रेलवे अधिकारी यह नहीं बता पा रहा था कि गाड़ी कब चलेगी लेकिन पुलिस विभाग की तत्परता के कारण मामला जल्द निपट गया और यात्रियों ने राहत की सांस ली।
 
जी.आर.पी. के एस.एच.ओ. इंद्रजीत ने मौके पर पहुंचते ही मोर्टार शैल को कब्जे में लेकर पिछले शैलों से मिलान किया और आवश्यक कार्रवाई पूरी करके तुरंत रेल टै्रक चलाने के लिए कहा लेकिन रेलवे अधिकारियों ने पुलिस प्रशासन से लिखित में लेने के बाद टै्रक शुरू किया।