ठसका मीरांजी के समीप 2 जगह टूटे तटबंध, ग्रामीणों और प्रशासन ने मुस्तैदी से पाया काबू

8/22/2019 1:03:19 PM

इस्माईलाबाद: झांसा में 10,943 क्यूसिक पानी से मारकंडा नदी उफान पर है। ठसका मीरांजी में 2 जगह मारकंडा नदी का तटबंध टूटने से 2 से 3 फुट पानी खेतों में घुस गया। ग्रामीणों की सूझबूझ व प्रशासन की मुस्तैदी के चलते मारकंडा नदी के बांध 2 जगह से टूटने के बाद भी उस पर काबू पा लिया। प्रशासन ने जे.सी.बी. की मदद से तट का दुरुस्त कर दिया। तट टूटने की सूचना मिलते ही एस.डी.एम. पिहोवा संजय कुमार, थाना प्रभारी मङ्क्षहद्र सिंह तथा नहरी विभाग के एस.डी.ओ. विनोद कुमार मौके पर पहुंचे।

बुधवार को करीब 11 बजे ठसका मीरांजी से गुजर रही मारकंडा नदी का तटबंध मेघा माजरा की तरफ से 2 जगह से टूटा। मुख्तयार सिंह तथा जोगा सिंह के खेत में मारकंडा नदी का तटबंध टूटने से किसानों में हाहाकार मच गया। किसानों ने टूटे तटबंधों के बीच खड़े होकर पेड़ों की टहनियां व झाडिय़ां आदि रखकर पानी के बहाव को कम किया। उसके बाद प्रशासन ने जे.सी.बी. की मदद से टूटे दोनों तटबंधों को दुरुस्त किया तथा वहां मिट्टी से भरे कट्टे आदि लगवाए। तब तक आसपास के किसानों के खेतों में 2 से 3 फुट पानी जमा हो गया था।

विनोद कुमार ने कहा कि मारकंडा नदी का पानी कल से खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है। क्षेत्र में अलर्ट जारी किया हुआ है। प्रशासन मुस्तैद है। जैसे ही तटबंध टूटने की सूचना मिली, जे.सी.बी. की मदद से तटबंध को ठीक कर दिया तथा वहां मिट्टी से भरे कट्टे रखवा दिए है। किसानों व डेरावासियों को घबराने की जरूरत नहीं है। प्रशासन हर स्थिति से निपटने को तैयार है। फिलहाल राहत की बात यह है कि पहाड़ी क्षेत्र में बारिश बंद होने का समाचार है जिससे अब जलस्तर कम हो जाने की सूचना है। कल तक मारकंडा नदी का पानी कम होना शुरू हो जाएगा।

Isha