लाडवा पुन:तैनात किए गए ''सिंघम''

2/3/2016 7:47:11 PM

लाडवा (मयंक सिंगला): अपनी दबंग व बेदाग छवि कारण सिंघम के नाम से मशहूर हरियाणा पुलिस में कार्यरत इंस्पेक्टर कमलदीप राणा ने चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद लाडवा थाना प्रभारी का कार्यभार संभाल लिया है।

कमलदीप राणा को गत महीनें सरकार की तरफ से जारी की गई तबादला सूची में कुरुक्षेत्र नियुक्त किया गया था,लेकिन अचानक से आचार संहिता लगने के कारण जिला पुलिस की तरफ से उन्हें लाडवा थाना में नहीं भेजा गया। पुलिस विभाग की तरफ से 1 फरवरी को जिला प्रशासन में कुछ फेरबदल किए गए। कमलदीप राणा को कुरुक्षेत्र पुलिस लाइन से बदलकर लाडवा पुलिस थाना का प्रभारी नियुक्त किया गया।

वर्ष 2012 में जिला अधीक्षक रहे आईपीएस राकेश कुमार आर्य ने कमलदीप राणा को गत 23 सितम्बर 2012 में लाडवा पुलिस थाना में भेजा था। उन्होंने 19 दिसम्बर 2012 तक अपनी सेवाएं देकर लाडवा क्षेत्र को सुव्यवस्थित बनाने का काम किया था। अपनी कार्य प्रणाली और बेदाग छवि के कारण लोग उन्हें सिंघम के नाम से पुकारने लगे। करीब तीन महीनें के कार्यकाल के दौरान कमलदीप राणा ने लाडवा शहर में कानून एवं व्यवस्था को स्थापित करने के साथ-साथ गुंड़ातत्वों पर लगान लगाने का भी काम किया था। आरोप है कि एक कांग्रेस नेत्री ने हुड्डा सरकार में इस ईमानदार पुलिस अधिकारी का तबादला करवा दिया था।

क्षेत्र की जनता की मांग को देखते हुए भाजपा विधायक डा.पवन सैनी की सिफारिश पर भाजपा सरकार ने कमलदीप राणा को दोबार फिर बदलकर लाडवा पुलिस थाना में तैनात किया गया। कमलदीप राणा ने 2 फरवरी को अपना पदभार संभालकर शहर में चरमराई व्यवस्था में सुधार करने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। कल रात कमलदीप ने पुलिस टीम को साथ लेकर सडक़ किनारे अवैध रूप से खुली शराब की दुकानों को बंद करवाया। बिना लाईसैंस के शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी। कमलदीप राणा ने बुधवार पूरा दिन लाडवा शहर का निरीक्षण करके दुकानदारों व वाहन चालकों पर अपना शिकंजा कसा। 

अभियान के दौरान कमलदीप ने बीच सडक़ में खड़े वाहनों के चालान किए, बुलेट मोटरसाइकिल से पटाखे बजाकर स्कूली छात्राओं व महिलाओं से छेड़छाड़ करने वाले मनचलों की मोटरसाइकिलों का चालान करके जब्त किया। पत्रकारों से बात करते हुए कमलदीप राणा ने कहा कि वे केवल सरकार द्वारा दी गई जिम्मेवारी का वहन करते हैं और बिना किसी डर के अपने थाना क्षेत्र में काम करते हैं। उनका प्रयास है कि लाडवा शहर में एक बार फिर पहले की तरह शांति व्यवस्था को स्थापित किया जा सकें।